यह ख़बर 17 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

ब्रिस्बेन टेस्ट : विजय के शतक से भारत मजबूत, 4 विकेट पर 311 रन

गाबा में शतक लगाने के बाद दर्शकों का अभिवादन करते मुरली विजय

ब्रिस्बेन:

सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (144) के करियर के पांचवें शतक और अजिंक्य रहाणे (नाबाद 75) की संयमभरी पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने गाबा क्रिकेट मैदान पर बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हुए बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट शृंखला के दूसरे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में चार विकेट गंवाकर 311 रन बना लिए हैं।

अपने करियर का छठा अर्द्धशतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे ने 122 गेंदों का सामना कर सात चौके लगाए हैं। रोहित शर्मा 26 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं। रोहित और रहाणे ने पांचवें विकेट के लिए अब तक 50 रनों की साझेदारी की है। रोहित ने 34 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया है। विजय ने ब्रिस्बेन में भारत की ओर से सबसे बड़ी पारी खेलने की सौरव गांगुली के रिकॉर्ड की बराबरी की।

ब्रिस्बेन टेस्ट का पहला दिन विजय के नाम रहा। एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में 99 रनों पर आउट होने वाले विजय ने आखिरकार इस सीरीज़ में अपनी पहली सेंचुरी पूरी की। विजय ने 332 मिनट विकेट पर रहते हुए 213 गेंदों का सामना कर 22 चौके लगाए। रहाणे के साथ चौथे विकेट के लिए उनकी साझेदारी 124 रनों की रही। भारत ने 83 ओवर बल्लेबाजी की।

इस साझेदारी के दौरान दोंनों बल्लेबाज काफी दृढ़ नजर आ रहे थे, लेकिन नाथन लियॉन की एक आसान-सी गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में विजय विकेट से बाहर निकले और गच्चा खा गए। ब्रैड हेडिन ने स्टम्प करने में कोई गलती नहीं की। विजय का विकेट 261 रन के कुल योग पर गिरा।

भारत ने विजय के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा और एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले विराट कोहली के विकेट गंवाए हैं। धवन 56 के कुल योग पर मिशेल मार्श की गेंद पर विकेट के पीछे ब्रैड हेडिन के हाथों लपके गए। धवन का विकेट 14वें ओवर की चौथी गेंद पर गिरा। विजय और धवन ने 4.09 के औसत से रन बटोरे थे। इसके बाद पुजारा और विजय ने दूसरे विकेट के लिए 44 रनों की ठोस साझेदारी की। दोनों भोजनकाल तक नाबाद थे।

पुजारा 18 रन बनाने के बाद 100 के कुल योग पर अपने करियर का पहला टेस्ट खेल रहे जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। पुजारा ने 64 गेंदों पर एक चौका लगाया। इसके बाद एडिलेड के हीरो कोहली विकेट पर आए। वह काफी अच्छी लय में दिख रहे थे। तेजी से रन बनाते दिख रहे कोहली हालांकि पारी के 45वें ओवर में हेजलवुड की एक बाहर जाती गेंद को कट करने के प्रयास में विकेट के पीछे लपके गए। कोहली ने 27 गेंदों पर एक चौके की मदद से 19 रन बनाए।

कुल मिलाकर पहला दिन ऑस्ट्रेलिया के लिए खास अच्छा नहीं रहा। भारत को अच्छी स्थिति में जाने से उसके गेंदबाज नहीं रोक पाए और इसी प्रक्रिया में हरफनमौला खिलाड़ी मिशेल मार्श हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण मैदान से बाहर जाने को मजबूर हुए। मार्श को भोजनकाल से ठीक पहले मैदान से बाहर ले जाया गया। मार्श ने पहले सत्र में भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का विकेट लिया था।

इस सीरीज़ में मार्श हैमस्ट्रिंग के कारण मैदान से बाहर जाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। एडिलेड में हुए पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन कप्तान माइकल क्लार्क की हैमस्ट्रिंग चोटिल हुई थी और वह अब सीरीज़ से बाहर हो चुके हैं। सीए ने इस बात की पुष्टि की है कि मार्श का दायां हैमस्ट्रिंग चोटिल हुआ है और उसमें सूजन है। वर्ष 2012 में मार्श के बाएं हैमस्ट्रिंग का ऑपरेशन हुआ था, लेकिन इस बार उनका दायां हैमस्ट्रिंग चोटिल हुआ है।

भारत ने इस मैच के लिए तीन बदलाव किए हैं। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम में वापसी की है, लिहाजा ऋद्धिमान साहा को बाहर बैठना पड़ा। मोहम्मद शामी के स्थान पर उमेश यादव अंतिम एकादश में हैं और स्पिन विभाग में कर्ण शर्मा के स्थान पर रविचंद्रन अश्विन को मौका मिला है।

ऑस्ट्रेलिया भी तीन बदलावों के साथ मैदान में उतरा है। नियमित कप्तान माइकल क्लार्क के स्थान पर शॉन मार्श को मौका मिला है। क्लार्क की जगह स्टीवन स्मिथ कप्तानी कर रहे हैं। जोश हेजलवुड पदार्पण कर रहे हैं और पीटर सिडल के स्थान पर मिशेल स्टार्क को मौका मिला है। हेजलवुड, रयान हैरिस का स्थान लेंगे, जो चोटिल हैं।

भारत को इस मैदान पर जीत का खाता खोलना है। भारत ने इस मैदान पर अब तक पांच मैच खेले हैं, लेकिन उसे एक में भी जीत नहीं मिली है। अंतिम बार दोनों टीमों के बीच इस मैदान पर दिसंबर, 2003 में सामना हुआ था, जो बराबरी पर छूटा था। खास बात यह है कि इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया 1988 के बाद से अब तक नहीं हारा है।

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चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ में मेजबान टीम 1-0 से आगे है। उसने एडिलेड में भारत को 48 रन से हराया था। इस सीरीज़ का पहला टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में ही खेला जाना था, लेकिन टेस्ट खिलाड़ी फिलिप ह्यूज की असमय मौत के कारण सीरीज़ के कार्यक्रम में बदलाव किया गया।