रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में दो दोहरे शतक जमाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं (फाइल फोटो)
'फटाफट' क्रिकेट में वनडे की तुलना में अब टी20 दर्शकों को 'महामजा' दे रहा है. पल-पल बदलता रोमांच, छोटी लेकिन तूफानी पारी से ही पूरे मैच की तस्वीर बदलने और करीब चार घंटे में ही हार-जीत का फैसला होने जैसी खासियतों के कारण यह वनडे क्रिकेट पर भारी पड़ रहा है. शॉर्टर फॉर्मेट के इस नए संस्करण में कई बार तो चौकों-छक्कों की ऐसी बारिश होती है कि दर्शक मानो होशोहवास खो बैठते हैं. रोमांच की तलाश में स्टेडियम पहुंचने वाले दर्शकों को और क्या चाहिए.. जाहिर है कि टी 20 क्रिकेट दिनोंदिन लोकप्रियता के नए आयाम स्थापित कर रहा है. वैसे तो क्रिकेट को ही अनिश्चतता का खेल माना जाता है, लेकिन टी 20 क्रिकेट में यह 'फैक्टर' बहुत ज्यादा ही हावी है.
यही कारण है कि अपने 'खास दिन' कमजोर मानी जाने वाली टीम भी दुनिया की दिग्गज टीम को पटखनी दे देती है. टी20 क्रिकेट ने आक्रामक बल्लेबाजों के महत्व को नए सिरे से स्थापित किया है. चूंकि मैच में फैसला महज 40 ओवरों में हो जाता है इसलिए टीमों में अधिक से अधिक आक्रामक बल्लेबाजों को स्थान दिया जाता है. वनडे मैचों के समय किसी भी टीम के प्लेइंग इलेवन में आमतौर पर ऐसे चार से पांच बल्लेबाजों को स्थान दिया जाता है,लेकिन टी20 में अब आखिरी क्रम तक तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाज होना जरूरी हो गया है. जाहिर है इस स्थिति में गेंदबाजों के लिए अवसर कुछ कम हुए हैं. एक ही ओवर महंगा साबित होने अथवा कोई अहम कैच छूटते ही मैच का नतीजा बदल जाता है.
एक समय वनडे में दोहरा शतक बनना ही दूर की कौड़ी माना जाता था. मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2010 में इस कारनामे को अंजाम देने के बाद तो वनडे क्रिकेट में दोहरे शतकों का दौर शुरू हो गया. भारत के रोहित शर्मा ही इस फॉर्मेट में दो दोहरे शतक लगा चुके हैं. मौजूदा समय में टी 20 में जितनी तेज गति से रिकॉर्ड ध्वस्त हो रहे हैं, उसे देखते हुए वह दिन जल्द ही आ सकता है जब आप क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में भी किसी बल्लेबाज को 200 का स्कोर छूते हुए देखें. श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को ही हुए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जहां टी 20 का सर्वोच्च स्कोर (3 विकेट पर 263रन) बनाया, वहीं इसके धाकड़ खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने महज 65 गेंदों पर नाबाद 145 रन ठोक डाले.
वैसे टी 20 में दोहरे शतक के इस कारनामे को ओपनर के अंजाम देने की संभावना सबसे अधिक है. कोई ओपनर (या ऊपरी क्रम में आने वाला बल्लेबाज) पूरे 20 ओवर तक खेलने की स्थिति में टी 20 में दोहरा शतक बनाकर इतिहास रच सकता है. नजर डालते हैं उन खास बल्लेबाजों पर, जो 200 की रनसंख्या तक पहुंचने में सक्षम हैं...
रोहित शर्मा : सीधे बल्ले से लगाते हैं बड़े शॉट
वनडे में दो दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. टी20 में भी रोहित इसे दोहरा सकते हैं. भारत के रोहित शर्मा के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह है कि वे वनडे और टी 20 में पारी की शुरुआत करते हैं. उनके स्ट्रोक्स इतने नफासत भरे होते हैं कि हर कोई तारीफ किए बिना नहीं रहता. छक्के जड़ने में भी रोहित माहिर हैं. टी 20 में एक शतक लगा चुके रोहित शर्मा का स्ट्राइक रेट 113 के आसपास है,लेकिन क्रिकेट समीक्षक मानते हैं कि वे किसी खास दिन 200 के स्ट्राइक रेट से भी रन बना सकते हैं.
क्रिस गेल : जितने लंबे-चौड़े हैं उतने ही लंबे होते हैं छक्के
इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में महज 47 गेंदों पर शतक बनाने का रिकॉर्ड इनके नाम पर है. वेस्टइंडीज का यह ओपनर अपने रौ में होने पर किसी भी स्तर की गेंदबाजी की धज्जियां बिखरने में सक्षम है. बेशक विकेट के बीच दौड़ में कमजोर हैं लेकिन इसकी भरपाई वे लंबे-लंबे छक्के लगाकर करते हैं. गेल का टी 20 का करियर स्ट्राइक रेट 145.49 का है. वे इस फॉर्मेट में दो शतक लगा चुके हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महज 57 गेंदों पर उन्होंने 117 रन बनाए थे.
एबी डिविलियर्स : मैदान के हर तरफ शॉट लगा सकते हैं
दक्षिण अफ्रीका का यह धाकड़ बल्लेबाज विकेट के हर तरफ शॉट लगा सकता है. उनके कई शॉट तो ऐसे होते हैं कि दूसरे बल्लेबाज के लिए इनकी कल्पना करना भी मुश्किल है. फिटनेस और विकेट के बीच दौड़ के मामले में वे बेजोड़ हैं. हालांकि टी20 में अब तक कोई शतक नहीं लगा पाए हैं, लेकिन स्ट्राइक रेट 131.91 का है. यानी हर 100 गेंद पर उन्होंने 131 रन बनाए हैं. 32 वर्षीय एबी की एक अन्य खूबी सेट होने के बाद लंबी पारी खेलने की है. यदि ऊपर के क्रम पर आकर ये पूरे 20 ओवर तक खेले तो 200 का जादुई फिगर मुश्किल नहीं है.
ग्लेन मैक्सवेल: हर गेंद हिट करने के लिए होती है
ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी का मूलमंत्र यही है कि हर गेंद जोरदार हिट मारने के लिए ही होती है. औसत कद-काठी का यह बल्लेबाज अपने शॉट्स की रेंज से हर किसी को हैरान कर देता है. मंगलवार के मैच में ही नाबाद रहते हुए वे करीब 150 के स्कोर तक पहुंच गए थे. स्ट्राइक रेट आश्चर्यजनक रूप से 160 से ऊपर है. आमतौर पर ओपनर के तौर पर नहीं आते हैं, फिर भी पर्याप्त गेंद मिलने पर 200 के आंकड़े को छू सकते हैं.
एरोन फिंच : टी 20 का सर्वोच्च स्कोर है इनके नाम
टी-20 (इंटरनेशनल स्तर) का सर्वोच्च स्कोर ऑस्ट्रेलिया के 29 साल के एरोन फिंच (156 रन) के ही नाम पर है. इंग्लैंड के खिलाफ वर्ष 2013 में खेली गई इस पारी के दौरान महज 47 गेंदों पर ही सैकड़ा जमा दिया था. विकेट के हर तरफ स्ट्रोक खेल सकते हैं, फिटनेस भी बेजोड़ है. टी 20 का स्ट्राइक रेट 150 के आसपास है. पारी की शुरुआत करने के कारण बड़ा स्कोर करने के बेहतर अवसर होते हैं. टी20 के अपने सर्वोच्च स्कोर को 200 तक भी पहुंचाने के बेहद मजबूत दावेदार हैं.
डेविड वार्नर : स्वभाव में ही है आक्रामकता
फिंच की तरह ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर भी पारी की शुरुआत करते हैं. ऐसे में खेलने के लिए (आउट नहीं होने पर) ज्यादा गेंद मिलती हैं. बाएं हाथ का यह बल्लेबाज गेंद पर निर्ममता से प्रहार करने के लिए मशहूर है. टी 20 का इनका स्ट्राइक रेट (140.28) भी जबर्दस्त है. विकेट के बीच तेज दौड़ लगाते हैं. स्पिन और तेज गेंदबाजी, दोनों को ही एक जैसी महारत के साथ खेलते हैं. टी20 में अब तक कोई शतक नहीं लगाया है. हो सकता है शुरुआत डबल सेंचुरी से ही हो.
वैसे, टी20 क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर शतक बनाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के रिचर्ड लेवी (45 गेंद) के नाम पर है. इसी टीम के फॉफ डुप्लेसिस भी 46 गेंदों पर शतक जमाकर दूसरे नंबर पर हैं. लेकिन रिचर्ड लेवी इस समय द.अफ्रीकी टीम का हिस्सा नहीं है जबकि डुप्लेसिस आमतौर पर मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं. ऐसे में 200 के फिगर तक उनका पहुंचना कुछ मुश्किल है. इन बल्लेबाजों के अलावा भारत के विराट कोहली, शिखर धवन, वेस्टइंडीज के जॉनसन चार्ल्स और इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स भी इस जादुई रन संख्या तक पहुंचने में सक्षम हैं. इसी तरह भारतीय ओपनर केएल राहुल ने भी हाल में डुप्लेसी की तरह 46 गेंदों पर शतक बनाया है. वैसे, टी 20 का क्रिकेट इतना अनिश्चिततापूर्ण है कि हो सकता है, इन तमाम बल्लेबाजों से अलग, कोई नया बल्लेबाज ही 200 की इस रनसंख्या तक पहुंचे..
यही कारण है कि अपने 'खास दिन' कमजोर मानी जाने वाली टीम भी दुनिया की दिग्गज टीम को पटखनी दे देती है. टी20 क्रिकेट ने आक्रामक बल्लेबाजों के महत्व को नए सिरे से स्थापित किया है. चूंकि मैच में फैसला महज 40 ओवरों में हो जाता है इसलिए टीमों में अधिक से अधिक आक्रामक बल्लेबाजों को स्थान दिया जाता है. वनडे मैचों के समय किसी भी टीम के प्लेइंग इलेवन में आमतौर पर ऐसे चार से पांच बल्लेबाजों को स्थान दिया जाता है,लेकिन टी20 में अब आखिरी क्रम तक तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाज होना जरूरी हो गया है. जाहिर है इस स्थिति में गेंदबाजों के लिए अवसर कुछ कम हुए हैं. एक ही ओवर महंगा साबित होने अथवा कोई अहम कैच छूटते ही मैच का नतीजा बदल जाता है.
एक समय वनडे में दोहरा शतक बनना ही दूर की कौड़ी माना जाता था. मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2010 में इस कारनामे को अंजाम देने के बाद तो वनडे क्रिकेट में दोहरे शतकों का दौर शुरू हो गया. भारत के रोहित शर्मा ही इस फॉर्मेट में दो दोहरे शतक लगा चुके हैं. मौजूदा समय में टी 20 में जितनी तेज गति से रिकॉर्ड ध्वस्त हो रहे हैं, उसे देखते हुए वह दिन जल्द ही आ सकता है जब आप क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में भी किसी बल्लेबाज को 200 का स्कोर छूते हुए देखें. श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को ही हुए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जहां टी 20 का सर्वोच्च स्कोर (3 विकेट पर 263रन) बनाया, वहीं इसके धाकड़ खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने महज 65 गेंदों पर नाबाद 145 रन ठोक डाले.
वैसे टी 20 में दोहरे शतक के इस कारनामे को ओपनर के अंजाम देने की संभावना सबसे अधिक है. कोई ओपनर (या ऊपरी क्रम में आने वाला बल्लेबाज) पूरे 20 ओवर तक खेलने की स्थिति में टी 20 में दोहरा शतक बनाकर इतिहास रच सकता है. नजर डालते हैं उन खास बल्लेबाजों पर, जो 200 की रनसंख्या तक पहुंचने में सक्षम हैं...
रोहित शर्मा : सीधे बल्ले से लगाते हैं बड़े शॉट
वनडे में दो दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. टी20 में भी रोहित इसे दोहरा सकते हैं. भारत के रोहित शर्मा के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह है कि वे वनडे और टी 20 में पारी की शुरुआत करते हैं. उनके स्ट्रोक्स इतने नफासत भरे होते हैं कि हर कोई तारीफ किए बिना नहीं रहता. छक्के जड़ने में भी रोहित माहिर हैं. टी 20 में एक शतक लगा चुके रोहित शर्मा का स्ट्राइक रेट 113 के आसपास है,लेकिन क्रिकेट समीक्षक मानते हैं कि वे किसी खास दिन 200 के स्ट्राइक रेट से भी रन बना सकते हैं.
क्रिस गेल : जितने लंबे-चौड़े हैं उतने ही लंबे होते हैं छक्के
इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में महज 47 गेंदों पर शतक बनाने का रिकॉर्ड इनके नाम पर है. वेस्टइंडीज का यह ओपनर अपने रौ में होने पर किसी भी स्तर की गेंदबाजी की धज्जियां बिखरने में सक्षम है. बेशक विकेट के बीच दौड़ में कमजोर हैं लेकिन इसकी भरपाई वे लंबे-लंबे छक्के लगाकर करते हैं. गेल का टी 20 का करियर स्ट्राइक रेट 145.49 का है. वे इस फॉर्मेट में दो शतक लगा चुके हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महज 57 गेंदों पर उन्होंने 117 रन बनाए थे.
एबी डिविलियर्स : मैदान के हर तरफ शॉट लगा सकते हैं
दक्षिण अफ्रीका का यह धाकड़ बल्लेबाज विकेट के हर तरफ शॉट लगा सकता है. उनके कई शॉट तो ऐसे होते हैं कि दूसरे बल्लेबाज के लिए इनकी कल्पना करना भी मुश्किल है. फिटनेस और विकेट के बीच दौड़ के मामले में वे बेजोड़ हैं. हालांकि टी20 में अब तक कोई शतक नहीं लगा पाए हैं, लेकिन स्ट्राइक रेट 131.91 का है. यानी हर 100 गेंद पर उन्होंने 131 रन बनाए हैं. 32 वर्षीय एबी की एक अन्य खूबी सेट होने के बाद लंबी पारी खेलने की है. यदि ऊपर के क्रम पर आकर ये पूरे 20 ओवर तक खेले तो 200 का जादुई फिगर मुश्किल नहीं है.
ग्लेन मैक्सवेल: हर गेंद हिट करने के लिए होती है
ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी का मूलमंत्र यही है कि हर गेंद जोरदार हिट मारने के लिए ही होती है. औसत कद-काठी का यह बल्लेबाज अपने शॉट्स की रेंज से हर किसी को हैरान कर देता है. मंगलवार के मैच में ही नाबाद रहते हुए वे करीब 150 के स्कोर तक पहुंच गए थे. स्ट्राइक रेट आश्चर्यजनक रूप से 160 से ऊपर है. आमतौर पर ओपनर के तौर पर नहीं आते हैं, फिर भी पर्याप्त गेंद मिलने पर 200 के आंकड़े को छू सकते हैं.
एरोन फिंच : टी 20 का सर्वोच्च स्कोर है इनके नाम
टी-20 (इंटरनेशनल स्तर) का सर्वोच्च स्कोर ऑस्ट्रेलिया के 29 साल के एरोन फिंच (156 रन) के ही नाम पर है. इंग्लैंड के खिलाफ वर्ष 2013 में खेली गई इस पारी के दौरान महज 47 गेंदों पर ही सैकड़ा जमा दिया था. विकेट के हर तरफ स्ट्रोक खेल सकते हैं, फिटनेस भी बेजोड़ है. टी 20 का स्ट्राइक रेट 150 के आसपास है. पारी की शुरुआत करने के कारण बड़ा स्कोर करने के बेहतर अवसर होते हैं. टी20 के अपने सर्वोच्च स्कोर को 200 तक भी पहुंचाने के बेहद मजबूत दावेदार हैं.
डेविड वार्नर : स्वभाव में ही है आक्रामकता
फिंच की तरह ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर भी पारी की शुरुआत करते हैं. ऐसे में खेलने के लिए (आउट नहीं होने पर) ज्यादा गेंद मिलती हैं. बाएं हाथ का यह बल्लेबाज गेंद पर निर्ममता से प्रहार करने के लिए मशहूर है. टी 20 का इनका स्ट्राइक रेट (140.28) भी जबर्दस्त है. विकेट के बीच तेज दौड़ लगाते हैं. स्पिन और तेज गेंदबाजी, दोनों को ही एक जैसी महारत के साथ खेलते हैं. टी20 में अब तक कोई शतक नहीं लगाया है. हो सकता है शुरुआत डबल सेंचुरी से ही हो.
वैसे, टी20 क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर शतक बनाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के रिचर्ड लेवी (45 गेंद) के नाम पर है. इसी टीम के फॉफ डुप्लेसिस भी 46 गेंदों पर शतक जमाकर दूसरे नंबर पर हैं. लेकिन रिचर्ड लेवी इस समय द.अफ्रीकी टीम का हिस्सा नहीं है जबकि डुप्लेसिस आमतौर पर मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं. ऐसे में 200 के फिगर तक उनका पहुंचना कुछ मुश्किल है. इन बल्लेबाजों के अलावा भारत के विराट कोहली, शिखर धवन, वेस्टइंडीज के जॉनसन चार्ल्स और इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स भी इस जादुई रन संख्या तक पहुंचने में सक्षम हैं. इसी तरह भारतीय ओपनर केएल राहुल ने भी हाल में डुप्लेसी की तरह 46 गेंदों पर शतक बनाया है. वैसे, टी 20 का क्रिकेट इतना अनिश्चिततापूर्ण है कि हो सकता है, इन तमाम बल्लेबाजों से अलग, कोई नया बल्लेबाज ही 200 की इस रनसंख्या तक पहुंचे..
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