खास बातें
- भारतीय टीम मंगलवार से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को व्हाइटवाश से रोकने और अपना सम्मान बचाने के इरादे के साथ उतरेगी।
एडिलेड: पहले तीन टेस्ट में शिकस्त के साथ पहले ही सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम मंगलवार से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को व्हाइटवाश से रोकने और अपना सम्मान बचाने के इरादे के साथ उतरेगी।
टीम इंडिया अब अंतिम टेस्ट में अपने खोए गौरव को दोबारा हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतरेगी। गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी अब तक नई गेंद के खिलाफ प्रभावी तकनीक दिखाने में नाकाम रही है और बड़ा स्कोर भी नहीं बना पाई है।
गंभीर ने कड़ी मेहनत की है और वह ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद को छोड़ने के लिए तैयार भी दिख रहे हैं लेकिन पुरानी आदत के कारण कई बार बाहर जाती गेंदों पर बल्ला अड़ा रहे हैं जिसके कारण वह विकेट के पीछे कैच थमा रहे हैं। सहवाग ऑफ स्टंप से बाहर की ओर सीम होती गेंद का शिकार हुए हैं और अधिकांश बार उन्होंने भी विकेट के पीछे ही कैच थमाया है। ऑस्ट्रेलियाई ने अपनी रणनीति को काफी अच्छी तरह अंजाम दिया है। गंभीर दो साल से अधिक समय से कोई शतक नहीं बना पाए हैं जबकि सहवाग ने लगभग एक साल से सैकड़ा नहीं जड़ा है।
सहवाग और गंभीर के बीच इस सीरीज की सबसे बड़ी साझेदारी 24 रन की है। गंभीर ने मौजूदा सीरीज में अब तक एक अर्धशतक की मदद से 24 की औसत से रन बनाए हैं जबकि सहवाग का औसत केवल 19.66 रन प्रति पारी रहा है।