Aus vs Ind 2nd Test: रविवार को एडिलेड में खत्म हुए पिंक-बॉल टेस्ट में दस विकेट से मिली करारा हार के बाद भारतीय पूर्व दिग्गजों में खासी नाराजगी है. गुस्से से ज्यादा निराशा और नाराजगी ज्यादा दिख रही है. और यह बनता भी है क्योंकि पर्थ में 295 रन से शानदार जीत के बाद किसी ने नहीं सोचा था कि भारत का ऐसा हाल होगा. अब गावस्कर ने गुलाबी गेंद से टेस्ट जल्द खत्म होने के बाद खिलाड़ियों से होटल में समय खराब न करके बचे दो अतिरिक्त दिनों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है, जिससे मेहमान टीम तीसरे टेस्ट में वापसी कर सके. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में 10 विकेट से हार से भारत की कमजोरी पूरी तरह उजागर हो गई। मैच ढाई दिन से भी कम समय में समाप्त हो गया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने वापसी करते हुए पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली.
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गावस्कर ने आधिकारिक प्रसारक से कहा, ‘सीरीज के बचे हिस्से को तीन मैचों की श्रृंखला के रूप में देखें. भूल जाइए कि यह पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला थी. मैं चाहूंगा कि भारतीय टीम अगले कुछ दिनों का उपयोग अभ्यास के लिए करे.' उन्होंने कहा,‘यह बहुत महत्वपूर्ण है. आप अपने होटल के कमरे में या जहां भी जा रहे हैं, वहां बैठे नहीं रह सकते क्योंकि आप यहां क्रिकेट खेलने आए हैं.' गावस्कर ने कहा,‘आपको पूरे दिन अभ्यास करने की जरूरत नहीं है. आप सुबह या दोपहर में जो भी समय चाहें अभ्यास कर सकते हैं. लेकिन इन दिनों को बर्बाद नहीं करें. अगर टेस्ट मैच पांच दिनों तक चलता तो आप यहां टेस्ट मैच खेल रहे होते.' तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से शुरू होगा और गावस्कर ने कहा कि भारतीयों को अपनी लय वापस पाने के लिए इस बीच के समय का उपयोग करना चाहिए.
पूर्व कप्तान ने कहा, ‘आपको लय में आने के लिए खुद को और अधिक समय देना होगा क्योंकि आप रन नहीं बना पाए हैं. आपके गेंदबाजों को लय नहीं मिली है. कुछ अन्य खिलाड़ी भी हैं जिन्हें क्रीज पर खेलने का समय चाहिए.' गावस्कर ने कहा, "उन्हें वैकल्पिक अभ्यास सत्र के विचार पर विश्वास नहीं है और इसका निर्णय पूरी तरह से कप्तान और कोच को लेना चाहिए, खिलाड़ियों को नहीं."
सनी बोले ‘यह वैकल्पिक अभ्यास सत्र कुछ ऐसा है जिस पर मैं विश्वास नहीं करता. वैकल्पिक ट्रेनिंग का फैसला कप्तान और कोच को लेना चाहिए. कोच को कहना चाहिए, ‘अरे, तुमने 150 रन बनाए हैं, तुम्हें अभ्यास के लिए आने की जरूरत नहीं है. अरे, तुमने मैच में 40 ओवर फेंके हैं, तुम्हें अभ्यास के लिए आने की जरूरत नहीं है.' गावस्कर ने कहा, ‘उन्हें विकल्प नहीं दिया जाना चाहिए. अगर आप खिलाड़ियों को यह विकल्प देते हैं तो उनमें से बहुत से कहेंगे, ‘नहीं, मैं अपने कमरे में ही रहूंगा.' और भारतीय क्रिकेट को इसकी जरूरत नहीं है.'
उन्होंने खिलाड़ियों को याद दिलाया कि भारत के लिए खेलना सौभाग्य की बात है और उन्हें इसे पूरे दिल से करना चाहिए.गावस्कर ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट को ऐसे लोगों की ज़रूरत है जो अपने उद्देश्य के प्रति पूरी तरह समर्पित हों. भारत के लिए खेलना सम्मान और सौभाग्य की बात है.' गावस्कर ने कहा, ‘मैंने गिना कि वे कितने दिन यहां रहेंगे. ऑस्ट्रेलिया में 57 दिन हैं. उन 57 दिनों में से अगर आप पांच मैच छोड़ दें तो आपके पास 32 दिन बचते हैं. दो मैच प्रधानमंत्री एकादश के लिए. तीस दिन वे छुट्टी लेने वाले थे. उन्हें पर्थ में एक अतिरिक्त दिन की छुट्टी मिली और अब एडिलेड में दो दिन की छुट्टी हो गई. मेरा उनसे अनुरोध है कि कृपया आकर अभ्यास करें.'
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