ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के दिन-रात्रि दूसरे टेस्ट मैच को गंवाने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने एडिलेड में खली बड़ी कमी की ओर इशारा करते हुए अहम बात कह दी है. भारतीय कप्तान ने एक सवाल के जवाब कहा, "जसप्रीत बुमराह भी इंसान है और हमेशा अपने दम पर पूरी गेंदबाजी का भार नहीं उठा सकते हैं. रोहित ने बुमराह का साथ देने के लिए टीम के अन्य गेंदबाजों से अपना स्तर ऊंचा करने को कहा. भारत दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से 10 विकेट से हार गया. बुमराह ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में चार विकेट लिये.
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रोहित ने मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम सिर्फ एक गेंदबाज के साथ नहीं खेल रहे हैं. अन्य गेंदबाज भी हैं जिन्हें जिम्मेदारी लेनी होगी और टीम के लिए काम करना होगा. चाहे वह सिराज, हर्षित राणा, नितीश रेड्डी, आकाश दीप या प्रसिद्ध कृष्णा हों.' भारतीय कप्तान ने गेंदबाजी विभाग में थोड़ी अनुभवहीनता की बात को स्वीकारते हुए उम्मीद जताई कि समय के साथ खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा.
उन्होंने कहा, ‘ये गेंदबाज अभी टेस्ट क्रिकेट में आए हैं. उन्हें आत्मविश्वास देना महत्वपूर्ण है. जब भी वे मैच खेलते हैं, तो उन्हें आत्मविश्वास देना महत्वपूर्ण है. हम योजना बनाते रहते हैं और चर्चा करते रहते हैं. लेकिन आप सुबह से शाम तक बुमराह से दोनों छोर से गेंदबाजी करने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं.' भारतीय कप्तान बोले, 'सभी गेंदबाजों को प्रबंधित करना बहुत महत्वपूर्ण है. हम ये सब एक दूसरे से चर्चा करते हैं. हम गेंदबाज से बात करते हैं और फिर निर्णय लेते हैं.'जब भी वह बुमराह कोई स्पैल खत्म करता है, तो मैं उससे बात करता हूं. मैं पूछता हूं कि उसका शरीर कैसा महसूस कर रहा है. वह तरोताजा महसूस कर रहा है या नहीं? यह पांच मैचों की श्रृंखला है. हम चाहते हैं कि बुमराह सभी मैच खेले और तरोताजा रहे.'
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