अनुराग ठाकुर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट ने लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने में विफल रहने और कोर्ट की अवमानना करने के मामले में बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर व सचिव अजय शिर्के को पद से हटा दिया. अनुराग ठाकुर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. न्यायालय ने ठाकुर को अवमानना नोटिस भी जारी किया जिसमें कहा गया कि उन्हें लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने की राह में रोड़े अटकाने का दोषी क्यों नहीं पाया जाए. मामले की सुनवाई 19 जनवरी को होनी है.
अनुराग ठाकुर की अब हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन से भी छुट्टी तय मानी जा रही है. दरअसल, लोढ़ा कमेटी के अनुसार, लगातार दो या 9 साल तक ही कोई व्यक्ति राज्य क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष रह सकता है. अनुराग 16 वर्षों से एचपीसीए अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनकी एचपीसीए से भी छुट्टी होनी तय है. यही वह सिफारिश है जिसका बोर्ड लगातार विरोध करता रहा है. इसी तरह जिला क्रिकेट संघों में भी इन सिफारिशों के लागू होते ही सब कुछ बदल जाएगा. 70 सदस्यों के एसोसिएशन में ऊपर से नीचे तक कई पदाधिकारियों को अपना गंवना पड़ेगा.
मीडिया खबरों के मुताबिक, अगर अनुराग ठाकुर को एचपीसीए अध्यक्ष पद से हटना पड़ा तो अगला अध्यक्ष कौन बनेगा इस पर माथापच्ची अभी से शुरू हो गई है। वर्तमान में एचपीसीए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हर पांच साल बाद होते हैं. चुनाव प्रक्रिया में एसोसिएशन के सदस्य, जिलों के अध्यक्ष और सचिवों सहित कार्यकारी बोर्ड के 27 और 20 आजीवन सदस्य हिस्सा लेते हैं. हालांकि, चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वाले अधिकतर एचपीसीए सदस्य अनुराग समर्थक हैं.
करीब सात माह तक रहे बीसीआई अध्यक्ष
शशांक मनोहर द्वारा मई महीने में बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद 22 मई को हुई बीसीसीआई की एसजीएम (स्पेशल जनरल मीटिंग) में अनुराग ठाकुर को सर्वसम्मति से बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष चुना गया था. 41 वर्षीय ठाकुर बीसीसीआई के दूसरे सबसे कम उम्र के अध्यक्ष थे. उन्हें इस पद पर सितंबर 2017 तक रहना था. अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद भी हैं. इससे पहले वह बीसीसीआई के सचिव थे.
अनुराग ठाकुर की अब हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन से भी छुट्टी तय मानी जा रही है. दरअसल, लोढ़ा कमेटी के अनुसार, लगातार दो या 9 साल तक ही कोई व्यक्ति राज्य क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष रह सकता है. अनुराग 16 वर्षों से एचपीसीए अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनकी एचपीसीए से भी छुट्टी होनी तय है. यही वह सिफारिश है जिसका बोर्ड लगातार विरोध करता रहा है. इसी तरह जिला क्रिकेट संघों में भी इन सिफारिशों के लागू होते ही सब कुछ बदल जाएगा. 70 सदस्यों के एसोसिएशन में ऊपर से नीचे तक कई पदाधिकारियों को अपना गंवना पड़ेगा.
मीडिया खबरों के मुताबिक, अगर अनुराग ठाकुर को एचपीसीए अध्यक्ष पद से हटना पड़ा तो अगला अध्यक्ष कौन बनेगा इस पर माथापच्ची अभी से शुरू हो गई है। वर्तमान में एचपीसीए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हर पांच साल बाद होते हैं. चुनाव प्रक्रिया में एसोसिएशन के सदस्य, जिलों के अध्यक्ष और सचिवों सहित कार्यकारी बोर्ड के 27 और 20 आजीवन सदस्य हिस्सा लेते हैं. हालांकि, चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वाले अधिकतर एचपीसीए सदस्य अनुराग समर्थक हैं.
करीब सात माह तक रहे बीसीआई अध्यक्ष
शशांक मनोहर द्वारा मई महीने में बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद 22 मई को हुई बीसीसीआई की एसजीएम (स्पेशल जनरल मीटिंग) में अनुराग ठाकुर को सर्वसम्मति से बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष चुना गया था. 41 वर्षीय ठाकुर बीसीसीआई के दूसरे सबसे कम उम्र के अध्यक्ष थे. उन्हें इस पद पर सितंबर 2017 तक रहना था. अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद भी हैं. इससे पहले वह बीसीसीआई के सचिव थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
BCCI Vs Lodha Panel, BCCI, Lodha Panel, BCCI Anurag Thakur, BCCI Reforms, Justice TS Thakur, बीसीसीआई Vs लोढा पैनल, बीसीसीआई में सुधार, लोढा पैनल, जस्टिस टीएस ठाकुर, अनुराग ठाकुर, हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन, Anurag Thakur, HPCA