- कुंबले ने भारत की हार के बाद तीसरे दिन बुमराह को पहला ओवर न देने को गलत फैसले बताया और सवाल खड़े किए.
- भारतीय टीम 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 93 रन पर आउट हुई और 30 रन से हार गई.
- कुंबले ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा की कप्तानी और गेंदबाजी रणनीति की प्रशंसा की.
Anil Kumble Question Rishabh Pant on Not Handing Jasprit Bumrah First Over: अपने जमाने के दिग्गज क्रिकेटर अनिल कुंबले ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत की 30 रन से हार के बाद कहा कि ईडन गार्डन्स की चुनौतीपूर्ण पिच पर तीसरे दिन का खेल के शुरू में मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को गेंद नहीं सौंपना सवाल पैदा करता है. भारतीय टीम 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 93 रन पर आउट हो गई और इस तरह से पहला टेस्ट मैच तीसरे दिन दूसरे सत्र में ही समाप्त हो गया.
अनिल कुंबले ने भारत को मिली हार के बाद समीक्षा करते हुए कहा कि टीम इंडिया कि सबसे बड़ी गलतियों में से एक तीसरी सुबह जसप्रीत बुमराह को पहला ओवर नहीं देना था, खासकर उस पिच पर जो तेज गेंदबाजों को मदद कर रही थी. ऋषभ पंत ने पहला ओवर अक्षर पटेल को दिया और फिर एक छोर से बुमराह को लाने से पहले कुछ देर तक स्पिन जारी रखी.
भारत की हार के बाद कुंबले ने जियो हॉटस्टार पर कहा,"124 रन का लक्ष्य थोड़ा ज़्यादा था. दक्षिण अफ्रीका को दिन की शुरुआत में केवल 63 रन की बढ़त हासिल थी और उसके तीन विकेट बचे हुए थे. तेम्बा बावुमा अभी खेल रहे थे. ऐसी परिस्थितियों में फैला हुई फील्ड और अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को पहला ओवर न देना सवाल खड़े करता है. दक्षिण अफ्रीका के आज गिरे तीनों विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए."
कुंबले ने कहा कि ऐसी चुनौतीपूर्ण सतह पर किसी और को बुमराह से पहले गेंदबाजी कराना, इसका कोई मतलब नहीं है. बुमराह के अलावा, मोहम्मद सिराज ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया क्योंकि उन्होंने बैक-टू-बैक विकेट लेकर प्रोटियाज़ को 153 रन पर रोक दिया.
हालांकि, दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों ने लंच के बाद भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को ध्वस्त करके मैच का रुख पलट दिया. साइमन हार्मर को प्लेयर ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला. टेम्बा बावुमा ने भी तीसरे दिन की सुबह कॉर्बिन बॉश के साथ महत्वपूर्ण रन जोड़े, जो अंततः निर्णायक मोड़ साबित हुआ.
कुंबले ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बावुमा की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस साल की शुरुआत में टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में जीत दिलाने के बावजूद उन्हें हमेशा वह श्रेय नहीं मिलता जिसके वह हकदार हैं.
उन्होंने कहा,"कुल मिलाकर भारत दक्षिण अफ्रीका से पिछड़ गया. इसका श्रेय बावुमा को जाता है. उन्हें कप्तान के रूप में वह पहचान नहीं मिली जिसके वे हकदार हैं. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान के रूप में 11 में से 10 टेस्ट मैच जीते हैं और उनके लिए टेस्ट चैम्पियनशिप जीती है. उन्हें उस तरह का श्रेय नहीं मिलता जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के अन्य कप्तानों को मिलता है."
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा,"बल्लेबाज़ के रूप में भी उन्होंने दो बेहतरीन पारियां खेली हैं. पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में और दूसरी अब यहां. उन्होंने एक खिलाड़ी और कप्तान दोनों रूप में शानदार प्रदर्शन किया है."
कुंबले ने बावुमा की कप्तानी और गेंदबाजी में बदलाव की भी सराहना की. उन्होंने कहा,"मुझे लगा कि जब क्रीज पर दो बाएं हाथ के बल्लेबाज थे तो उन्होंने एडेन मार्कराम को लाकर वास्तव में अच्छा किया. वाशिंगटन सुंदर ने साइमन हार्मर को अच्छी तरह से देखा और सहज लग रहे थे. और शायद केशव महाराज के उस एक ओवर के बाद, मुझे लगा कि यही वह जगह थी जहां उन्होंने गलत गेंदबाज को शामिल किया था, क्योंकि अक्षर निश्चित रूप से उन्हें खेल रहे थे."
कुंबले ने आगे कहा,"लेकिन उन्होंने एक ऐसा जुआ खेला जिसका फल मिला. दक्षिण अफ्रीका को 16 रन गंवाने पड़े, लेकिन इसका फल उन्हें मिला. कुल मिलाकर, मुझे लगा कि उनके गेंदबाजों का उपयोग शानदार था. उन्होंने पारी में कभी भी वियान मुल्डर का उपयोग नहीं किया. उन्होंने सुनिश्चित किया कि लंबे मार्को जानसन, कॉर्बिन बॉश और दो स्पिनरों के साथ-साथ मार्कराम का अच्छा उपयोग किया."
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