अनिल कुंबले (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दुनिया का हर बड़ा कोच अपने अलग स्टाइल से टीम पर अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करता है। बहुत थोड़े वक्त में कोच अनिल कुंबले ने भी टीम इंडिया को एक छोटा लेकिन ताकतवर मंत्र दिया है, और वह है कामयाबी में टीम की हर शख़्सियत की भागीदारी का।
टीम को जरूरतों को अच्छी तरह समझते हैं कुंबले
बेंगलुरु के प्रैक्टिस कैंप में अपने बेसिक्स पर जोर देते शिखर धवन, अपनी स्पिन की कला को मांजते अमित मिश्रा और अपनी रफ्तार पर संतुलन बनाते हुए भुवनेश्वर कुमार... इन सबको कोच अनिल कुंबले की अगुवाई में अपने गेम को अपने तरीके से मांजने की पूरी आजादी मिल रही है। टीम इंडिया के नए कोच अनिल कुंबले करीब 18 साल बतौर खिलाड़ी टीम इंडिया की नुमाइंदगी करते रहे। उन्हें टीम की हर यूनिट की जरूरतों का अच्छी तरह अंदाजा है।
सबको मौका, सबकी राय
टीम इंडिया के लेग स्पिनर अमित मिश्रा (18 टेस्ट में 65 विकेट) टीम में लेग स्पिनर कोच अनिल कुंबले (132 टेस्ट में 619 विकेट) के कोच बनने से खुश तो हैं, लेकिन वे बताते हैं, "ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुझे फायदा हो रहा है। उनके कोच बनने से पूरी टीम को फायदा हो रहा है। उन्होंने इतने मैच खेले हैं। वे सबको मौका देते हैं। वे सबकी राय मांगते हैं।" वैसे इसके साथ अमित मिश्रा लगे हाथ विराट कोहली की भी जमकर तारीफ करते हैं। वे कहते हैं कि टीम की किसी भी मुश्किल में विराट सबसे पहले हाथ उठाते हैं और सबकी मदद करना चाहते हैं।
कैरीबियाई माहौल के मद्देनजर तैयारी
टेस्ट सीरीज़ के लिए शिखर धवन सहित कई खिलाड़ियों के लिए वेस्ट इंडीज़ का यह पहला दौरा है। लेकिन कोच कुंबले सहित कई खिलाड़ी (विराट कोहली, मुरली विजय, ईशांत शर्मा, अमित मिश्रा) विंडीज़ की बारीकियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। इसलिए कैरीबियाई माहौल को ध्यान में रखकर जीत की तैयारी की जा रही है। शिखर धवन कहते हैं, "मेरे लिए यह पहला दौरा है। हम विंडीज़ के हालात को ध्यान में रखकर तैयारी कर रहे हैं। हमें अंदाजा है कि वहां की विकटें स्लो हैं। यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि वहां गेंद रिवर्स होगी और उसके हिसाब से भी तैयारी हो रही है।
सबको प्रेरित कर रहे हैं कोच
इन सबके बीच कोच कुंबले ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि हर खिलाड़ी की राय टीम को जरूर मिले। भुवनेश्वर कुमार कहते हैं, "कोच कुंबले ने पूरी टीम का माहौल पॉज़िटिव रखा है। वे सबको प्रेरित करते रहते हैं। उनसे बात करना आसान है, क्योंकि वे हमारी और हम उनकी बात समझते हैं।" बहुत थोड़े वक्त में कोच कुंबले ने अपनी दिशा साफ कर दी है। टीम की हर मीटिंग में वे टीम के सभी खिलाड़ियों को अपनी राय देने की आज़ादी दे रहे हैं। मुमकिन है आने वाले दिनों में टीम की एकता ही 'मेन इन ब्लू' की पहचान बन जाए।
टीम को जरूरतों को अच्छी तरह समझते हैं कुंबले
बेंगलुरु के प्रैक्टिस कैंप में अपने बेसिक्स पर जोर देते शिखर धवन, अपनी स्पिन की कला को मांजते अमित मिश्रा और अपनी रफ्तार पर संतुलन बनाते हुए भुवनेश्वर कुमार... इन सबको कोच अनिल कुंबले की अगुवाई में अपने गेम को अपने तरीके से मांजने की पूरी आजादी मिल रही है। टीम इंडिया के नए कोच अनिल कुंबले करीब 18 साल बतौर खिलाड़ी टीम इंडिया की नुमाइंदगी करते रहे। उन्हें टीम की हर यूनिट की जरूरतों का अच्छी तरह अंदाजा है।
सबको मौका, सबकी राय
टीम इंडिया के लेग स्पिनर अमित मिश्रा (18 टेस्ट में 65 विकेट) टीम में लेग स्पिनर कोच अनिल कुंबले (132 टेस्ट में 619 विकेट) के कोच बनने से खुश तो हैं, लेकिन वे बताते हैं, "ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुझे फायदा हो रहा है। उनके कोच बनने से पूरी टीम को फायदा हो रहा है। उन्होंने इतने मैच खेले हैं। वे सबको मौका देते हैं। वे सबकी राय मांगते हैं।" वैसे इसके साथ अमित मिश्रा लगे हाथ विराट कोहली की भी जमकर तारीफ करते हैं। वे कहते हैं कि टीम की किसी भी मुश्किल में विराट सबसे पहले हाथ उठाते हैं और सबकी मदद करना चाहते हैं।
कैरीबियाई माहौल के मद्देनजर तैयारी
टेस्ट सीरीज़ के लिए शिखर धवन सहित कई खिलाड़ियों के लिए वेस्ट इंडीज़ का यह पहला दौरा है। लेकिन कोच कुंबले सहित कई खिलाड़ी (विराट कोहली, मुरली विजय, ईशांत शर्मा, अमित मिश्रा) विंडीज़ की बारीकियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। इसलिए कैरीबियाई माहौल को ध्यान में रखकर जीत की तैयारी की जा रही है। शिखर धवन कहते हैं, "मेरे लिए यह पहला दौरा है। हम विंडीज़ के हालात को ध्यान में रखकर तैयारी कर रहे हैं। हमें अंदाजा है कि वहां की विकटें स्लो हैं। यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि वहां गेंद रिवर्स होगी और उसके हिसाब से भी तैयारी हो रही है।
सबको प्रेरित कर रहे हैं कोच
इन सबके बीच कोच कुंबले ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि हर खिलाड़ी की राय टीम को जरूर मिले। भुवनेश्वर कुमार कहते हैं, "कोच कुंबले ने पूरी टीम का माहौल पॉज़िटिव रखा है। वे सबको प्रेरित करते रहते हैं। उनसे बात करना आसान है, क्योंकि वे हमारी और हम उनकी बात समझते हैं।" बहुत थोड़े वक्त में कोच कुंबले ने अपनी दिशा साफ कर दी है। टीम की हर मीटिंग में वे टीम के सभी खिलाड़ियों को अपनी राय देने की आज़ादी दे रहे हैं। मुमकिन है आने वाले दिनों में टीम की एकता ही 'मेन इन ब्लू' की पहचान बन जाए।
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