सचिन तेंदुलकर (फाइल फोटो)
सचिन तेंदुलकर हाल ही में ऑल-स्टार्स क्रिकेट सीरीज के दौरान मैदान पर एक बार फिर जौहर दिखाते नजर आए। उनके कुछ शॉट्स में तो उनकी पुरानी झलक भी दिखी, लेकिन इस दौरान एक ऐसा रिकॉर्ड भी रहा, जो एक बार फिर उनके नाम के साथ जुड़ गया। अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान भी यही एक ऐसा रिकॉर्ड रहा है, जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट में टेस्ट मैचों में 49वें और वनडे में 29वें स्थान पर धकेल दिया।
17 साल की उम्र में ही क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में 34 हजार 347 रन दर्ज हैं। एक बल्लेबाज के रूप में सचिन क्रिकेट जगत में अलग ही स्थान रखते हैं और बल्लेबाजी का लगभग हर रिकॉर्ड उनके दर्ज है। टेस्ट और वनडे क्रिकेट में उनकी 100 सेंचुरी हैं, जिनमें 51 टेस्ट में और 49 वनडे में हैं।
कप्तानी का रिकॉर्ड है खराब
एक बल्लेबाज के रूप में सचिन जितने सफल रहे, कप्तानी में उनका रिकॉर्ड उतना ही खराब रहा। सचिन के टेस्ट और वनडे में कप्तानी के रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 1996 से 2000 के बीच 25 टेस्ट और 73 वनडे मैचों में कप्तानी की है।
सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में खेले गए 25 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को केवल 4 मैचों में जीत मिली। इस प्रकार उनकी जीत का प्रतिशत 16 रहा। जबकि वनडे में उन्होंने 73 मैचों में टीम इंडिया का नेतृत्व किया, लेकिन 23 वनडे में ही वे जीत हासिल कर पाए। इस प्रकार वनडे में जीत का प्रतिशत लगभग 35 है।
कप्तान के तौर पर टेस्ट और वनडे में जीत के मामले में वे क्रमशः 49वें और 29वें स्थान पर हैं।
संन्यास के बाद भी कायम है कप्तानी का यह रिकॉर्ड
संन्यास लेने के बाद भी कप्तानी का यह खराब रिकॉर्ड सचिन के पीछे पड़ा हुआ है। हाल ही में संपन्न हुई ऑल-स्टार्स टी-20 सीरीज में सचिन की टीम सचिन ब्लास्टर्स को शेन वॉर्न की टीम वॉर्न वारियर्स ने बुरी तरह पराजित किया। वॉर्न की टीम ने तीन मैचों की सीरीज में सचिन की टीम को 3-0 से पराजित कर दिया। इस प्रकार सचिन की कप्तानी में उनकी टीम एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और तीनों मैच हार गई।
सचिन ने 2011 में वर्ल्ड कप जीतने के एक साल बाद वनडे और 2013 में टेस्ट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
17 साल की उम्र में ही क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में 34 हजार 347 रन दर्ज हैं। एक बल्लेबाज के रूप में सचिन क्रिकेट जगत में अलग ही स्थान रखते हैं और बल्लेबाजी का लगभग हर रिकॉर्ड उनके दर्ज है। टेस्ट और वनडे क्रिकेट में उनकी 100 सेंचुरी हैं, जिनमें 51 टेस्ट में और 49 वनडे में हैं।
कप्तानी का रिकॉर्ड है खराब
एक बल्लेबाज के रूप में सचिन जितने सफल रहे, कप्तानी में उनका रिकॉर्ड उतना ही खराब रहा। सचिन के टेस्ट और वनडे में कप्तानी के रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 1996 से 2000 के बीच 25 टेस्ट और 73 वनडे मैचों में कप्तानी की है।
सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में खेले गए 25 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को केवल 4 मैचों में जीत मिली। इस प्रकार उनकी जीत का प्रतिशत 16 रहा। जबकि वनडे में उन्होंने 73 मैचों में टीम इंडिया का नेतृत्व किया, लेकिन 23 वनडे में ही वे जीत हासिल कर पाए। इस प्रकार वनडे में जीत का प्रतिशत लगभग 35 है।
कप्तान के तौर पर टेस्ट और वनडे में जीत के मामले में वे क्रमशः 49वें और 29वें स्थान पर हैं।
संन्यास के बाद भी कायम है कप्तानी का यह रिकॉर्ड
संन्यास लेने के बाद भी कप्तानी का यह खराब रिकॉर्ड सचिन के पीछे पड़ा हुआ है। हाल ही में संपन्न हुई ऑल-स्टार्स टी-20 सीरीज में सचिन की टीम सचिन ब्लास्टर्स को शेन वॉर्न की टीम वॉर्न वारियर्स ने बुरी तरह पराजित किया। वॉर्न की टीम ने तीन मैचों की सीरीज में सचिन की टीम को 3-0 से पराजित कर दिया। इस प्रकार सचिन की कप्तानी में उनकी टीम एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और तीनों मैच हार गई।
सचिन ने 2011 में वर्ल्ड कप जीतने के एक साल बाद वनडे और 2013 में टेस्ट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
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