अहमदाबाद:
चेतेश्वर पुजारा ने ‘दूसरी दीवार’ बनने की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को दोहरा शतक जड़ा जबकि इंग्लैंड ने स्पिनरों के सामने शुरू में ही तीन विकेट गंवाए जिससे भारत ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच पर पकड़ मजबूत कर ली। पुजारा तब 206 रन बनाकर खेल रहे थे जब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भारत की पहली पारी आठ विकेट पर 521 रन बनाकर समाप्त घोषित की।
इस तरह से इंग्लैंड को दूसरे दिन 18 ओवर खेलने को मिले जिसमें उसने 41 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिए। उसे फालोआन बचाने के लिए अब भी 281 रन की दरकार है। भारत की तरफ से दोनों स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन (21 रन देकर दो) और प्रज्ञान ओझा (तीन रन देकर एक) ने विकेट लिए हैं।
राजकोट में जन्में 24 वर्षीय पुजारा ने लगभग साढ़े आठ घंटे क्रीज पर बिताए तथा इस बीच 389 गेंद का सामना करके 21 चौके लगाए। पुजारा ने आज युवराज सिंह (74) के साथ पांचवें विकेट के लिए 130 रन की साझेदारी की। इंग्लैंड की तरफ से ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने 144 रन देकर पांच विकेट लिये। मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम का विकेट धीमा खेल रहा है और उसमें गेंद नीची रह रही है।
धोनी ने इंग्लैंड की स्पिन कमजोरी को भांपते हुए ऑफ स्पिनर अश्विन से ही गेंदबाजी की शुरुआत कराई। उन्होंने नौवें ओवर में पहले बदलाव के रूप में बाएं हाथ के स्पिनर ओझा को गेंद सौंपी। अश्विन ने दिन का खेल समाप्त होने से लगभग चार ओवर पहले अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे निक काम्पटन को आउट किया जिसके बाद भारत ने दो और सफलताएं हासिल करके दूसरा दिन पूरी तरह से अपने नाम कर दिया।
काम्पटन शुरू से ही शाट लगाने से परहेज कर रहे थे। वह अश्विन की ऑफ ब्रेक को नहीं समझ पाए जो उनके बल्ले और पैड के बीच से निकलकर मिडिल स्टंप उखाड़ गई।
ओझा ने जल्द ही भारत को दूसरी सफलता भी दिलवा दी। नाइटवाचमैन जेम्स एंडरसन (2) उनकी गेंद को आगे बढ़कर नीचे खेलना चाहते थे लेकिन वह अंदरूनी किनारा लेकर उछल गई तथा शार्ट लेग पर खड़े गौतम गंभीर ने डाइव लगाकर उसे कैच में बदल दिया। जोनाथन ट्राट खाता भी नहीं खोल पाए। वह अश्विन की फ्लाइट लेती गेंद को नहीं समझ पाए जो उनके बल्ले का किनारा लेकर पुजारा के पास आसान कैच के रूप में चली गई। धोनी ने आखिर में युवराज को भी गेंद थमायी जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में पांच विकेट लिए थे।
इंग्लैंड का दारोमदार अब कप्तान एलिस्टेयर कुक (नाबाद 22) और अनुभवी केविन पीटरसन (नाबाद छह रन) पर टिकी हैं। भारत ने सुबह चार विकेट पर 323 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा पहले सत्र में 31 ओवर में बिना किसी नुकसान के 83 रन जोड़े। भारत ने लंच के बाद चार विकेट पर 410 रन से आगे खेलना शुरू किया। इस सत्र में उसने 92 रन बनाए और इस बीच युवराज और धोनी के विकेट गंवाए।
भारतीय कप्तान धोनी केवल 39 मिनट क्रीज पर रहे और इस बीच उन्होंने पांच रन बनाए। स्वान की गेंद पर वह अपना धैर्य खो बैठे और स्वीप करने के प्रयास में गेंद विकेटों में खेल गए। स्वान ने 14वीं बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। कल चारों विकेट इस आफ स्पिनर को मिले थे। पुजारा ने चाय के विश्राम के तुरंत बाद एंडरसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना दोहरा शतक पूरा किया। वह मंसूर अली खां पटौदी, सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, विनोद कांबली और राहुल द्रविड़ के बाद इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
धोनी के आउट होने के बाद पुजारा ने अश्विन (23) के साथ 66 रन की साझेदारी की। कामचलाउ गेंदबाज पीटरसन ने अश्विन को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी। इसके बाद एंडरसन ने जहीर खान (7) को पवेलियन भेजा। इस तरह से इंग्लैंड के तीन तेज गेंदबाजों ने 70 ओवर में 245 रन लुटाए और केवल एक विकेट लिया।
इस तरह से इंग्लैंड को दूसरे दिन 18 ओवर खेलने को मिले जिसमें उसने 41 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिए। उसे फालोआन बचाने के लिए अब भी 281 रन की दरकार है। भारत की तरफ से दोनों स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन (21 रन देकर दो) और प्रज्ञान ओझा (तीन रन देकर एक) ने विकेट लिए हैं।
राजकोट में जन्में 24 वर्षीय पुजारा ने लगभग साढ़े आठ घंटे क्रीज पर बिताए तथा इस बीच 389 गेंद का सामना करके 21 चौके लगाए। पुजारा ने आज युवराज सिंह (74) के साथ पांचवें विकेट के लिए 130 रन की साझेदारी की। इंग्लैंड की तरफ से ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने 144 रन देकर पांच विकेट लिये। मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम का विकेट धीमा खेल रहा है और उसमें गेंद नीची रह रही है।
धोनी ने इंग्लैंड की स्पिन कमजोरी को भांपते हुए ऑफ स्पिनर अश्विन से ही गेंदबाजी की शुरुआत कराई। उन्होंने नौवें ओवर में पहले बदलाव के रूप में बाएं हाथ के स्पिनर ओझा को गेंद सौंपी। अश्विन ने दिन का खेल समाप्त होने से लगभग चार ओवर पहले अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे निक काम्पटन को आउट किया जिसके बाद भारत ने दो और सफलताएं हासिल करके दूसरा दिन पूरी तरह से अपने नाम कर दिया।
काम्पटन शुरू से ही शाट लगाने से परहेज कर रहे थे। वह अश्विन की ऑफ ब्रेक को नहीं समझ पाए जो उनके बल्ले और पैड के बीच से निकलकर मिडिल स्टंप उखाड़ गई।
ओझा ने जल्द ही भारत को दूसरी सफलता भी दिलवा दी। नाइटवाचमैन जेम्स एंडरसन (2) उनकी गेंद को आगे बढ़कर नीचे खेलना चाहते थे लेकिन वह अंदरूनी किनारा लेकर उछल गई तथा शार्ट लेग पर खड़े गौतम गंभीर ने डाइव लगाकर उसे कैच में बदल दिया। जोनाथन ट्राट खाता भी नहीं खोल पाए। वह अश्विन की फ्लाइट लेती गेंद को नहीं समझ पाए जो उनके बल्ले का किनारा लेकर पुजारा के पास आसान कैच के रूप में चली गई। धोनी ने आखिर में युवराज को भी गेंद थमायी जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में पांच विकेट लिए थे।
इंग्लैंड का दारोमदार अब कप्तान एलिस्टेयर कुक (नाबाद 22) और अनुभवी केविन पीटरसन (नाबाद छह रन) पर टिकी हैं। भारत ने सुबह चार विकेट पर 323 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा पहले सत्र में 31 ओवर में बिना किसी नुकसान के 83 रन जोड़े। भारत ने लंच के बाद चार विकेट पर 410 रन से आगे खेलना शुरू किया। इस सत्र में उसने 92 रन बनाए और इस बीच युवराज और धोनी के विकेट गंवाए।
भारतीय कप्तान धोनी केवल 39 मिनट क्रीज पर रहे और इस बीच उन्होंने पांच रन बनाए। स्वान की गेंद पर वह अपना धैर्य खो बैठे और स्वीप करने के प्रयास में गेंद विकेटों में खेल गए। स्वान ने 14वीं बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। कल चारों विकेट इस आफ स्पिनर को मिले थे। पुजारा ने चाय के विश्राम के तुरंत बाद एंडरसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना दोहरा शतक पूरा किया। वह मंसूर अली खां पटौदी, सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, विनोद कांबली और राहुल द्रविड़ के बाद इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
धोनी के आउट होने के बाद पुजारा ने अश्विन (23) के साथ 66 रन की साझेदारी की। कामचलाउ गेंदबाज पीटरसन ने अश्विन को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी। इसके बाद एंडरसन ने जहीर खान (7) को पवेलियन भेजा। इस तरह से इंग्लैंड के तीन तेज गेंदबाजों ने 70 ओवर में 245 रन लुटाए और केवल एक विकेट लिया।
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