
- चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड दौरे पर पहले ही घोषित कर दिया था कि जसप्रीत बुमराह केवल तीन मैच ही खेलेंगे.
- ओवल की पिच पर स्पिनरों को मदद मिलने के बजाय तेज गेंदबाजों को अधिक सहायता मिल रही है.
- टीम ने बुमराह के खेलने की जानकारी पहले से बताकर विरोधी टीम को रणनीति बनाने का मौका दिया.
Aakash Chopra, India vs England: इंग्लैंड दौरे से पहले ही चयनकर्ताओं ने साफ कर दिया था कि जसप्रीत बुमराह पांच मैचों की सीरीज में केवल तीन मैच ही खेलेंगे. उसका परिणाम ये रहा कि स्पिनरों को मदद मिलने वाली ओवल की पिच पर तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही है. अगर भारत टीम मैनेजमेंट टॉस से पहले तक बुमराह के नाम को छुपाकर रखती तो शायद पिच क्यूरेटर कंफ्यूज रहते और नैसर्गिक विकेट के साथ आगे बढ़ते. इस बात से टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा भी सहमत हैं. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए कहा, 'जब फाइनल हो गया ना कि बुमराह नहीं खेलेंगे. तो इन्होंने एकदम ग्रीन टॉप पिच बना दी है.'
चोपड़ा ने कहा कि हमने पहले ही कह दिया था बुमराह केवल तीन मुकाबले ही खेलेंगे. यह बात हम दोहराते रहे. परिणाम ये रहा कि, 'जो ओवल में पिच सपाट हुआ करती है. स्पिन के लिए मददगार हुआ करती थी. उसको ग्रीन टॉप बना दिया यार. उन्होंने सोचा कि चलो अब बुमराह नहीं हैं ना. आप लोग पहले शोर मचा के आए थे. बुमराह तीन... बुमराह तीन... बुमराह तीन तो तीन हो गए. हम कर लेते हैं अब ग्रीन टॉप.'
चोपड़ा ने अपना विचार साझा करते हुए कहा कि यार हमारी टीम ने किया क्या. 'हम तो वो टीम हैं जो कभी किसी को बताते नहीं हैं कि करने वाले क्या हैं. हम वो टीम नहीं हैं जो अपनी रणनीतियों का पहले ही खुलासा करते हैं. इससे उन्हें हिंट मिला है. हमारी हमेशा से ऐसी रणनीति रही है कि हम देखते और इंतजार करते हैं. हम मैच से पहले कुछ नहीं बताते हैं. पर यहां तो हम ढोल बजा के आए थे.'
चोपड़ा ने ये भी कहा कि रोहित शर्मा के बाद कप्तानी की रेस में बुमराह सबसे आगे चल रहे थे. क्योंकि वह उपकप्तान थे और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. मगर उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया. क्योंकि मैनेजमेंट उनपर ज्यादा वर्कलोड नहीं देना चाहती थी. क्योंकि वह भारतीय टीम के अचूक हथियार हैं.
शायद यही वजह है कि अपनी उस गलती को छुपाने के लिए बोर्ड लगातार उनके तीन मैचों में शिरकत करने की बात कर रही थी. चोपड़ा के मुताबिक यह भी कहा जा सकता था कि बुमराह वर्कलोड की वजह से पांचों मैच खेल नहीं पाएंगे. यही वजह है कि हम उनके वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए गिल को कप्तान बना रहे हैं. मगर उन्होंने ऐसा नहीं कहा और नंबर बता दिए कि वो कितने मुकाबलों में खेलेंगे. जिसके साथ ही दौरे पर पहुंचते ही प्रत्येक मैच के बाद उल्टी गिनती शुरू हो गई कि वह किन तीन मैचों में खेलेंगे. नतीजा ये है कि अब हम ग्रीन टॉप पिच के लिए तैयार नहीं हैं.
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