माउंट एवरेस्ट की फाइल फोटो
पुणे:
नेपाल सरकार की ओर से पुणे स्थित एक पुलिस दंपति के प्रवेश पर 10 साल का प्रतिबंध लगाने की बात सामने आई है. इस दंपति ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के बारे में कथित तौर पर गलत दावा किया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संदर्भ में नेपाल की सरकार की ओर से अभी रिपोर्ट नहीं मिली है.
अधिकारी ने कहा, ''हमें अनाधिकारिक रूप से पता चला है कि नेपाल सरकार ने दिनेश राठौड़ और उनकी पत्नी तारकेश्वरी के प्रवेश पर 10 साल के लिए रोक लगा दी है. बहरहाल, हमें इस संदर्भ में अभी कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है.'' उन्होंने कहा कि एक बार पड़ोसी देश की ओर से रिपोर्ट मिल जाने के बाद दोनों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
पुणे शहर की पुलिस के मुख्यालय में तैनात राठौड़ दंपति ने बीते पांच जून को दावा किया कि वे 23 मई को एवरेस्ट पर गए थे और इस चोटी पर पहुंचने वाले वे पहले दंपति बन गए हैं. बाद में शहर के पर्वतारोहियों के एक समूह ने पुलिस से संपर्क कर आरोप लगाया कि इस दंपति क दावा झूठा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारी ने कहा, ''हमें अनाधिकारिक रूप से पता चला है कि नेपाल सरकार ने दिनेश राठौड़ और उनकी पत्नी तारकेश्वरी के प्रवेश पर 10 साल के लिए रोक लगा दी है. बहरहाल, हमें इस संदर्भ में अभी कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है.'' उन्होंने कहा कि एक बार पड़ोसी देश की ओर से रिपोर्ट मिल जाने के बाद दोनों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
पुणे शहर की पुलिस के मुख्यालय में तैनात राठौड़ दंपति ने बीते पांच जून को दावा किया कि वे 23 मई को एवरेस्ट पर गए थे और इस चोटी पर पहुंचने वाले वे पहले दंपति बन गए हैं. बाद में शहर के पर्वतारोहियों के एक समूह ने पुलिस से संपर्क कर आरोप लगाया कि इस दंपति क दावा झूठा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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