मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के पहले निवेशक सम्मेलन "मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश" की पूर्व संध्या पर यहां बृहस्पतिवार को 800 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत वाली पांच महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की औपचारिक शुरुआत की गई. इन परियोजनाओं का खाका सूबे के सबसे बड़े शहर इंदौर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए तैयार किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पड़ोसी धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में करीब 375 करोड़ रुपये की लागत से विकसित स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क का ई-लोकार्पण किया. प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र में बनाया गया यह परिसर 478 हेक्टेयर में फैला है. इसके जरिए 10,000 करोड़ रुपये का नया निवेश जुटाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश को रफ्तार देने के लिए कमलनाथ ने इंदौर के सिंहासा क्षेत्र में 116 करोड़ रुपये की लागत से बने नए आईटी पार्क का ई-लोकार्पण किया.
अधिकारियों ने बताया कि कमलनाथ ने 225 करोड़ रुपये की लागत वाली पीथमपुर जल प्रदाय योजना का ई-लोकार्पण किया. इसके जरिए पीथमपुर और इसके आस-पास की औद्योगिक इकाइयों को पानी की आपूर्ति की जाएगी. कमलनाथ ने इंदौर में 50 करोड़ रुपये के खर्च से बनाए गए एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र का ई-उद्घाटन किया. इस केंद्र के जरिए इंदौर नगर निगम के अलग-अलग विकास कार्यों, शहर में ट्रैफिक की स्थिति आदि पर नजर रखी जा सकेगी.
मुख्यमंत्री ने इंदौर में 60 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जाने वाले अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) की नींव भी रखी. इस बीच, कमलनाथ ने निवेशक सम्मेलन की पूर्व संध्या पर प्रदेश के सबसे बड़े पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के नुमाइंदों से उनकी समस्याओं और सुझावों पर चर्चा की. इसके साथ ही, एक कार्यक्रम में उद्योगपतियों से सीधी मुलाकात कर निवेश के पहलुओं पर बातचीत की.
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