
नदी के नीचे सुरंग बनाने की लागत 60 करोड़ रुपये आई है
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यह सुरंग कोलकाता में रेलवे के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट का हिस्सा है
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का परिचालन अगस्त, 2019 से प्रारंभ होना है
520 मीटर लंबी इस सुरंग का निर्माण नदी के तल से 30 मीटर नीचे किया गया है
हावड़ा और महाकरण मेट्रो स्टेशन के बीच आनेजाने वाले यात्री नदी के नीचे महज एक मिनट के लिए ही होंगे, जब मेट्रो ट्रेन 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से इस सुरंग से होकर गुजरेगी. 16.6 किमी के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट में 10.6 किमी लंबी सुरंग है और इसमें से भी 520 मीटर का हिस्सा नदी के नीचे है. नदी के नीचे सुरंग बनाने की लागत 60 करोड़ रुपये आई है. इस पूरी परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 9,000 करोड़ रुपये है.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरंग निर्माण का काम पिछले वर्ष अप्रैल माह में शुरू हुआ था. ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का परिचालन अगस्त, 2019 से प्रारंभ होना है. अधिकारी ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों के बचाव के लिए सुरंग में वॉकवे (पैदल पथ) होंगे. हुगली नदी के नीचे सुरंग के अलावा मुंबई-अहमदाबाद रेल गलियारे में सात किमी लंबे समुद्र के भीतर के मार्ग के लिए रेलवे का खुदाई का काम भी चल रहा है जो भारत की पहली बुलेट ट्रेन के मार्ग के लिए स्थिति का आकलन के लिहाज से जरूरी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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