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गुरुग्राम रोड रेज: AI की मदद से बाइकर्स को मिले हमलावरों के सुराग, पुलिस को दी जानकारी

गुरुग्राम रोड रेज (Gurugram Road Rage) मामले में भी AI की एंट्री हो गई है. वायरल वीडियो में बाइकर्स की पिटाई और उनके महंगे दो पहिया पर लगातार बेसबॉल बैट बरसाते दिख रहे दबंगों के बारे में सब कुछ पता लग गया है. वो भी सिर्फ एक AI एप से.... 

गुरुग्राम रोड रेज: AI की मदद से बाइकर्स को मिले हमलावरों के सुराग, पुलिस को दी जानकारी
गुरुग्राम:

हरियाणा के गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे पर रविवार को दबंगों ने गुंडागर्दी दिखाते हुए कुछ बाइकर्स के ऊपर हमला कर दिया. इस घटना में एक युवक घायल हो गया. सामने आए वीडियो में रिहाई की भीख मांगता दिख रहा पीड़ित बाइकर हार्दिक शर्मा के दोस्त ने एक AI फेस आईडेंटिफिकेशन (Face Identification)  टूल की मदद से आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स का पता लगाया है, जिसकी मदद से अब पुलिस भी जांच में जुट गई है.

पीड़ित बाइकर हार्दिक शर्मा की मानें तो उन्होंने जिस AI एप की मदद ली, वह पेड एप्लीकेशन थी. इसमें उनके 7 डॉलर यानी करीब 600 रुपये खर्च हुए. घटना के बाद उसके दोस्त ने इस मोबाइल एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर आरोपियों के पिक्चर्स और वीडियोज़ जैसे ही अपलोड किए, वैसे ही सभी आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स खुलते चले गए.

क्या है मामला?

दरअसल बीते रविवार को 11 बाइकर्स का एक ग्रुप एंबिएंस मॉल साइबर सिटी से पंचगांव की ओर नाश्ता करने जा रहा था. जहां द्वारका एक्सप्रेस-वे पर रैश ड्राइविंग करने पर बाइकर्स ग्रुप की स्कॉपियो (DL4CBE 1750) सवार युवकों से कहासुनी हो गई. इसके बाद स्कॉर्पियो सवार ने बाइक सवार को पीछे से टक्कर मारने की कोशिश की. इसके बाद बाइकर्स ग्रुप बसई गांव के फ्लाईओवर के पास रुक गया. फिर उनका पीछा करते हुए स्कॉर्पियो सवार वहां पहुंचे और चार युवक उसमें से निकलकर बेसबॉल बैट से उन पर हमला कर दिया.

दबंगों ने स्कॉर्पियो से की स्टंटबाजी

पीड़ित हार्दिक की मानें तो स्कॉर्पियो सवार युवकों ने उनकी बाइक के आगे तेज़ रफ्तार से स्टंटबाजी शुरू कर दी, जिससे वो घबरा गए और बाइक सड़क किनारे रोक दी. बस यही बात गाड़ी सवार दबंगों को नागवार गुजरी और उन्होंने गाड़ी को रोका और बाइकर्स के पास पहुंचकर मारपीट शुरू कर दी. हार्दिक के अनुसार उनके साथ बेवजह मारपीट की जाती रही और उनकी 11 लाख रुपये की बाइक को भी नहीं छोड़ा. इस पूरी घटना को हार्दिक के हेलमेट में लगा कैमरा भी कैद कर रहा था. इसी फुटेज को हार्दिक के दोस्त ने AI की पेड एप्लिकेशन पर अपलोड किया तो वारदात में शामिल दबंगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स सामने आने लगे. इन डिटेल्स को हार्दिक ने पुलिस को सौंपे.

AI से पता चला कि...

पीड़ितों द्वारा इस्तेमाल किए गए AI टूल से दो आरोपियों के नाम दीपक सिंह और भानु शर्मा पता चले हैं. साथ ही यह भी पता चला है कि दोनों दिल्ली के रहने वाले हैं, और भानु (स्कॉर्पियो मालिक) राजधानी में अपना जिम भी चलाता है.

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