Personal Finance Rules: आज हर कोई पैसा कमा रहा है, लेकिन फिर भी महीने के आखिर में सवाल वही रहता है पैसा गया कहां? ज्यादातर लोगों की परेशानी ये है कि सेविंग नहीं हो पा रही. इसकी वजह कम कमाई या सैलरी नहीं, बल्कि पैसे को सही तरीके से मैनेज न करना है. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ सिंपल और बेसिक पर्सनल फाइनेंस रूल्स अगर रोज की जिंदगी में अपना लिए जाएं,तो फाइनेंशियल स्ट्रेस काफी हद तक कम हो सकता है. इससे बिना इनकम बढ़ाए भी फाइनेंशियल कंडीशन सुधर सकता है.
यहां हम आपको बता रहे हैं वो 9 पर्सनल फाइनेंस नियम, जो हर कमाने वाले लोगों को जरूर जानने चाहिए.
- सबसे पहले बात करते हैं Rule of 72 की. ये एक सिंपल फॉर्मूला है जो बताता है कि आपका पैसा कितने साल में डबल हो सकता है. आपको बस 72 को अपनी सालाना ब्याज दर से भाग देना होता है, इससे अंदाज़ा लग जाता है कि निवेश में कितना समय लगेगा.
- इसके बाद आता है Rule of 70, जो महंगाई की असली ताकत दिखाता है. अगर महंगाई 7 प्रतिशत के आसपास रहती है, तो करीब 10 साल में आपके पैसों की वैल्यू आधी हो सकती है. यही वजह है कि सिर्फ सेविंग अकाउंट में पैसा रखना काफी नहीं होता.
- रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एक्सपर्ट्स 4 प्रतिशत विड्रॉल रूल की सलाह देते हैं. इसके मुताबिक रिटायरमेंट के बाद हर साल अपनी कुल सेविंग का सिर्फ 4 प्रतिशत निकालना चाहिए, ताकि पैसा लंबे समय तक चलता रहे और अचानक खत्म न हो.
- निवेश की बात आए तो उम्र को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. 100 माइनस उम्र रूल कहता है कि आपकी उम्र जितनी है, उसे 100 से घटाकर उतना प्रतिशत पैसा शेयर मार्केट जैसे इक्विटी ऑप्शन में लगाया जा सकता है. उम्र बढ़ने के साथ रिस्क कम करना समझदारी मानी जाती है.
- कई लोग निवेश से बहुत ज्यादा रिटर्न की उम्मीद कर लेते हैं, जो बाद में निराशा का कारण बनती है. इसी लिए 10-5-3 रूल बनाया गया है, जो बताता है कि इक्विटी से औसतन 10 प्रतिशत, डेट से 5 प्रतिशत और सेविंग अकाउंट से करीब 3 प्रतिशत रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है.
- खर्च को कंट्रोल में रखने के लिए 50-30-20 रूल सबसे ज्यादा पॉपुलर है. इसके मुताबिक सैलरी का 50 प्रतिशत ज़रूरी खर्चों में, 30 प्रतिशत अपनी लाइफस्टाइल और शौक पर और कम से कम 20 प्रतिशत सेविंग या निवेश में जाना चाहिए.
- अचानक आने वाली मुश्किलों से निपटने के लिए 6X इमरजेंसी फंड रूल बेहद जरूरी माना जाता है. इसका मतलब है कि आपके पास कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर पैसा अलग से होना चाहिए, ताकि नौकरी जाने या मेडिकल इमरजेंसी में कर्ज न लेना पड़े.
- लोन लेते समय सबसे बड़ी गलती लोग यही करते हैं कि EMI बहुत ज्यादा हो जाती है. 40 प्रतिशत EMI रूल कहता है कि आपकी कुल EMI आपकी इनकम के 40 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, वरना हर महीने मानसिक दबाव बना रहता है.
- आखिरी लेकिन सबसे जरूरी नियम है Life Insurance रूल. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपकी सालाना कमाई का 10 से 15 गुना लाइफ इंश्योरेंस कवर होना चाहिए, ताकि आपके न होने पर परिवार की आर्थिक सुरक्षा बनी रहे.
पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है उसे सही से मैनेज करना. अगर समय रहते ये 9 पर्सनल फाइनेंस नियम समझ लिए जाएं, तो भविष्य में पैसों को लेकर डर और तनाव दोनों कम हो सकते हैं.
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