
आज यानी शुक्रवार, 8 अगस्त को कल्याण ज्वेलर्स के शेयर (Kalyan Jewellers Shares) में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला. शुरुआती कारोबार में शेयर 615.65 रुपये पर खुला, लेकिन कुछ ही देर बाद गिरकर इंट्राडे लो लेवल 534.95 रुपये छू गया, जो पिछले बंद भाव 590.95 रुपये से करीब 9.4% नीचे और इंट्राडे हाई से 13% कम था.
मुनाफा और रेवेन्यू दोनों में बढ़ोतरी, फिर क्यों गिरे शेयर?
कल्याण ज्वेलर्स के शेयर में गिरावट तब आई जब कंपनी ने अपने जून तिमाही (Kalyan Jewellers Q1 Results) के नतीजे घोषित किए, जिनमें मुनाफा और रेवेन्यू दोनों में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज हुई. इसके बावजूद, बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिला.
तिमाही नतीजों में जोरदार मुनाफा
- कल्याण ज्वेलर्स ने Q1FY26 में 264 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड मुनाफा कमाया, जो पिछले साल की इसी अवधि के 178 करोड़ रुपये के मुकाबले 49% ज्यादा है. मुनाफा मार्जिन भी 3.2% से बढ़कर 3.6% हो गया.
- कंपनी की कुल आय 31% बढ़कर 7,268 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की 5,528 करोड़ रुपये थी. EBITDA 38% उछलकर 508 करोड़ रुपये रहा और मार्जिन 6.7% से बढ़कर 7% हुआ.
- कंपनी के लाइफस्टाइल ज्वेलरी प्लेटफॉर्म Candere का रेवेन्यू 66 करोड़ रुपये रहा, लेकिन इसमें 10 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज हुआ.
कल्याण ज्वेलर्स के शेयर में गिरावट की वजह
कल्याण ज्वेलर्स के शेयर में गिरावट की एक बड़ी वजह भारत के बिजनेस में ग्रॉस मार्जिन का 60 बेसिस पॉइंट घटकर 13.6% पर आना रहा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसमें फ्रेंचाइज स्टोर्स का बढ़ा हुआ योगदान मुख्य कारण रहा. इसके अलावा, सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने भी निवेशकों के सेंटिमेंट को कमजोर किया.
ब्रोकरेज का पॉजिटिव नजरिया, टारगेट 700 रुपये
- Motilal Oswal ने शेयर पर Buy रेटिंग बनाए रखी है और 700 रुपये का टारगेट दिया है. उनका मानना है कि कंपनी की नॉन-साउथ मार्केट में पकड़ मजबूत हुई है और एसेट-लाइट फ्रेंचाइज मॉडल कैश फ्लो और प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाएगा.
- JM Financial ने भी 700 रुपये का टारगेट बनाए रखा है और बताया कि कंपनी हर राज्य के लिए नए रीजनल ब्रांड लॉन्च करने की योजना बना रही है, ताकि मास मार्केट को भी कैप्चर किया जा सके.
- Citi ने भी Buy रेटिंग दोहराई और टारगेट 700 रुपये रखा, यह कहते हुए कि रेवेन्यू और मुनाफा उम्मीद से ज्यादा बढ़ा है.
लॉन्ग टर्म के लिए मौका!
एनालिस्ट मानते हैं कि कल्याण ज्वेलर्स का बिजनेस मॉडल और मार्केट में पकड़ लॉन्ग टर्म के लिए मजबूत है. हालांकि, शॉर्ट टर्म में शेयर में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, इसलिए ट्रेडर्स को किसी भी उछाल पर प्रॉफिट बुक करने की स्ट्रैटजी अपनानी चाहिए.
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