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Stock Market Crash: सेंसेक्स-निफ्टी में 1% से ज्यादा की गिरावट, निवेशकों के 12 लाख करोड़ रुपये डूबे

Stock Market Crash : कारोबार के अंत में रियलिटी, पीएसयू बैंक, मेटल, ऑटो और फार्मा सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई. रियलिटी सेक्टर 6 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ.

Stock Market Crash: सेंसेक्स-निफ्टी में 1% से ज्यादा की गिरावट, निवेशकों के 12 लाख करोड़ रुपये डूबे
Stock Market Crash On January 13: जानकारों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई, जिससे घरेलू बाजारों में भी इसी तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली.
नई दिल्ली:

भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Today) आज यानी 13 जनवरी, सोमवार को 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए.सेंसेक्स (BSE Sensex) 1,048.90 अंक या 1.36 फीसदी की गिरावट के साथ 76,330.01 पर बंद हुआ और निफ्टी (Nifty) 345.55 अंक या 1.47 फीसदी की गिरावट के साथ 23,085.95 पर बंद हुआ.

कारोबार के अंत में रियलिटी, पीएसयू बैंक, मेटल, ऑटो और फार्मा सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई. रियलिटी सेक्टर 6 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ.

निफ्टी बैंक 1.42% की गिरावट के साथ बंद

निफ्टी बैंक 692.90 अंक या 1.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,041.25 पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 2,195.35 अंक या 4.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,390.4 पर बंद हुआ. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 723.45 अंक या 4.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,922.10 पर बंद हुआ.

बाजार में गिरावट की ये है  बड़ी वजह

बाजार पर मजबूत अमेरिकी रोजगार डेटा(US jobs data)  का प्रभाव भी रहा, जो 2025 में ब्याज दरों में कम कटौती का संकेत देता है.बाजार में गिरावट के दूसरे कारणों में क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतें (Crude Oil Prices), रुपये में कमजोरी और विदेशी पूंजी आउटफ्लो शामिल हैं. बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को करीब 12 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

जानकारों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई, जिससे घरेलू बाजारों में भी इसी तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली, क्योंकि मजबूत अमेरिकी पेरोल डेटा ने 2025 में कम दरों में कटौती का संकेत दिया. इससे डॉलर मजबूत हुआ, बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी हुई और उभरते बाजार कम आकर्षक हो गए.

एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक दे ने कहा, "निफ्टी के महत्वपूर्ण स्तरों को पार करने के कारण बियर हावी रहे. डेली चार्ट पर सूचकांक अपने पिछले स्विंग लो से नीचे फिसल गया, जो बढ़ती मंदी का संकेत है. हालांकि, निफ्टी ने 23,000 अंक के स्तर को बनाए रखा, जो एक महत्वपूर्ण स्तर बना हुआ है. अगर निफ्टी अगले कुछ दिनों में 23,000 से ऊपर बना रहता है, तो यह संभावित सुधार का संकेत दे सकता है. इसके विपरीत, इस स्तर से नीचे एक निर्णायक गिरावट एक गहरे सुधार को ट्रिगर कर सकती है."

BSE के टॉप लूजर्स और टॉप गेनर्स 

सेंसेक्स पर लिस्टेड शेयरों में जोमैटो, पावर ग्रिड, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक टॉप लूजर्स रहे. जबकि, एक्सिस बैंक, टीसीएस, इंडसइंड बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड टॉप गेनर्स रहे.

एफआईआई लगातार छठे दिन शुद्ध विक्रेता बने रहे, क्योंकि उन्होंने 10 जनवरी को 2,254.68 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, दूसरी ओर घरेलू संस्थागत ने 3,961.92 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी.

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