विज्ञापन

देश में मैन्युफैक्चरिंग को बूस्ट देने की तैयारी, 11 स्मार्ट औद्योगिक शहरों के बनाने का काम शुरू होगा जल्द

NICDC का आंकलन है कि जिस तरह देश में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का विस्तार हो रहा है, नए पोर्ट, रेलवे लाइन और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए जिस तरह की पॉलिसी की जरूरत है, वो सभी पॉलिसी इंटरवेंशन की जा रही हैं.

देश में मैन्युफैक्चरिंग को बूस्ट देने की तैयारी, 11 स्मार्ट औद्योगिक शहरों के बनाने का काम शुरू होगा जल्द

देश में बुनियादी ढांचे, मैन्युफैक्चरिंग और लोजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है. इसके लिए प्रस्तावित 12 में से 11 नए ग्रीनफील्ड स्मार्ट औद्योगिक शहरों (Smart Industrial Cities) के कंस्ट्रक्शन का काम इस साल के अंत तक शुरू हो जायेगा. इस महत्वकांशी इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट में 1.83 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश का अनुमान है.

एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में NICDC के CEO और MD, रजत कुमार सैनी ने कहा, "1 साल पहले सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया था. 12 नए स्मार्ट इंडस्ट्रियल शहरों को बनाना. हमने डीपीआर तैयार कर ली है, हम ठेकेदारों की नियुक्ति की प्रक्रिया में हैं. 15 से ज्यादा देशों ने इन नए 12 स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटीज में बिजनेस यूनिट सेटअप करने में इच्छा जताई है. हमें उम्मीद है पहले अनुमानित 1,83,000 करोड़ से ज्यादा निवेश हम अट्रैक्ट कर सकेंगे".

अब तक करीब 20 देश इन हाई-टेक ग्रीनफील्ड स्मार्ट औद्योगिक शहरों में नया बिजनेस यूनिट सेटअप करने की इच्छा जता चुके हैं.

NICDC का आंकलन है कि जिस तरह देश में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का विस्तार हो रहा है, नए पोर्ट, रेलवे लाइन और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए जिस तरह की पॉलिसी की जरूरत है, वो सभी पॉलिसी इंटरवेंशन की जा रही हैं, जिससे मैन्युफैक्चरिंग का एनवायरमेंट क्रिएट किया जा सके.

"NICDC के स्मार्ट शहरों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए इंडस्ट्रियल पार्क डेवलपर और कई देश हमारे साथ आना चाहते हैं. अमेरिकन बिजनेस एसोसिएशंस, रुस्सियन डेलिगेशन जो UP इंटरनल ट्रेड शो में भाग लेने आया है. जापान हमारे लिए एक बड़ा बिजनेस पार्टनर है."

रजत सैनी ने एनडीटीवी से कहा,

"ईस्ट एशिया इक्नॉमीज है, वहां से भी कंपनियां यहां आना चाहते हैं. इंडियन सेमीकंडक्टर मिशन के तहत बड़ा सेमीकंडक्टर प्लांट धोलेरा में बनाया गया है. वह टाटा और ताइवान की कंपनी की एक ज्वाइंट वेंचर के द्वारा लग रहा है. इसी तरह रूस, जापान, साउथ कोरिया की कंपनियां पहले से ही महाराष्ट्र के शेंड्रा बिडकिन औद्योगिक क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं. ये सभी भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग बेस की तरह देखते हैं".

नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट प्रोग्राम (NICDP) भारत की एक महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा पहल है, जिसका उद्देश्य देश में विश्व स्तरीय औद्योगिक और स्मार्ट शहरों का निर्माण करना है.

रजत सैनी ने एनडीटीवी से कहा, "अभी हम निर्यात और आयात को देश के अंदर ही कंटेनर की मूवमेंट को मॉनिटर करने की सुविधा देते थे. लेकिन अब हम हाई सी, अफ्रीका के किसी कोने पर अगर कोई जहाज है तो हम उसके कंटेनर को ट्रैक करके उसकी डिटेल्स दे पा रहे हैं. इसका काफी समय से एक्सपोर्टर्स को इंतजार था. ये सुविधा हमने दी है. इससे हम पहले हम सिर्फ कंटेनर ट्रैकिंग की सुविधा दे रहे थे. अब हम उन्हें एयर ट्रैकिंग, ट्रेन ट्रैकिंग और ट्रक ट्रैकिंग की भी सुविधा दे रहे हैं. हमारे पोर्ट पर पहले जितना समय कंटेनर के सामान को कस्टम क्लीयरेंस देने में समय लगता है, लगभग आधा हो गया है"

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com