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तीन दिनों की गिरावट से उबरा घरेलू बाजार, सेंसेक्स 555 अंक उछला

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर अनुमान से अधिक 7.8 प्रतिशत रही है, जिसने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच अर्थव्यवस्था के जुझारूपन में निवेशकों के भरोसे को मजबूती दी है.'

तीन दिनों की गिरावट से उबरा घरेलू बाजार, सेंसेक्स 555 अंक उछला
(फाइल फोटो)
  • शेयर बाजार ने तीन दिन की गिरावट के बाद सोमवार को सेंसेक्स में 555 अंक और निफ्टी में 198 अंक की बढ़त दर्ज की
  • सूचना प्रौद्योगिकी, वाहन और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में खरीदारी से बाजार की तेजी को मजबूती मिली है
  • अप्रैल-जून में भारत की अर्थव्यवस्था ने 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर से पांच तिमाहियों में सर्वाधिक विकास दिखाया
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मुंबई:

आर्थिक वृद्धि के मजबूत आंकड़ों से उत्साहित घरेलू शेयर बाजार लगातार तीन दिनों की गिरावट से उबरते हुए सोमवार को चढ़कर बंद हुए. सेंसेक्स ने 555 अंकों की छलांग लगाई जबकि निफ्टी में 198 अंक की बढ़त रही. विश्लेषकों ने कहा कि अनुकूल निवेशक धारणा के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), वाहन एवं बैंकों के शेयरों में हुई खरीदारी से बाजार को तेजी मिली.

बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 554.84 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,364.49 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सूचकांक 597.19 अंक चढ़कर 80,406.84 अंक तक पहुंच गया था. एनएसई का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 198.20 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,625.05 अंक पर बंद हुआ.

इस तरह घरेलू शेयर बाजार पिछले तीन सत्रों की गिरावट से उबरने में सफल रहा. इन तीन सत्रों में सेंसेक्स में 1,826.26 अंक यानी 2.23 प्रतिशत और निफ्टी में 540.9 अंक यानी 2.16 प्रतिशत की गिरावट आई थी. सोमवार को सेंसेक्स के समूह में शामिल 23 कंपनियां बढ़त के साथ बंद हुईं. इनमें से महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, ट्रेंट, इटर्नल, एशियन पेंट्स और इन्फोसिस प्रमुख रूप से लाभ में रहीं.

हालांकि सन फार्मा, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाइटन के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी जो पांच तिमाहियों में सर्वाधिक है. हालांकि अमेरिका की तरफ से भारतीय उत्पादों पर शुल्क बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाने से कपड़ा, चमड़ा एवं रत्न-आभूषण जैसे प्रमुख निर्यातों पर खतरा मंडरा रहा है.

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर अनुमान से अधिक 7.8 प्रतिशत रही है, जिसने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच अर्थव्यवस्था के जुझारूपन में निवेशकों के भरोसे को मजबूती दी है.'

नायर ने कहा, 'जीएसटी परिषद की आगामी बैठक में कर प्रणाली को युक्तिसंगत बनाए जाने की उम्मीदें निवेशक धारणा को मजबूत कर रही है और सोच-समझकर खपत करने को बढ़ावा दे रही हैं. यह आशावाद खासकर वाहन एवं टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों को लाभ पहुंचा रहा है.' एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए.

यूरोप के बाजार अधिकतर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत बढ़कर 68.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 8,312.66 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 11,487.64 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे. शुक्रवार को सेंसेक्स 270.92 अंक यानी 0.34 प्रतिशत गिरकर 79,809.65 पर बंद हुआ था. निफ्टी 74.05 अंक नीचे यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,426.85 पर बंद हुआ था.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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