विज्ञापन
This Article is From May 13, 2018

रितिक के दिमाग़ में ज़हर कौन भर रहा है...

Ravish Kumar
  • ब्लॉग,
  • Updated:
    मई 13, 2018 21:14 pm IST
    • Published On मई 13, 2018 21:14 pm IST
    • Last Updated On मई 13, 2018 21:14 pm IST
प्रिय रितिक

आपने जिस भाषा का इस्तमाल किया है वह सही नहीं है. इस भाषा के पीछे जो सोच है वो आपको एकदिन अपराध की दुनिया में ले जाएगी. आपने अपनी उम्र 18 साल बताई है. गोरखपुर में अपना पता भी दिया है. मैं इसे पब्लिक में डाल रहा हूं. कितने लोगों के ख़िलाफ पुलिस में शिकायत करता रहूंगा. यह ठीक भी नहीं. पता नहीं आपने किसी के बहकावे में आकर ऐसा बोल दिया हो. इसलिए मैं नहीं मानता कि आपको समझाने के प्रयास से ज़्यादा कुछ किया जाना चाहिए.

आप बहकावे में आ गए हैं. असहमति हो सकती है मगर अभद्रता तक मत जाइये. आपकी बातों में ज़हर भर गया है. आप हिन्दुस्तानी होना नहीं समझते हैं. मैं गोरखपुर में होता तो गुलाब जामुन लेकर घर आता और आपके मां बाप से कहता कि कुछ लोग आपके रितिक को दंगाई बनाना चाहते हैं. इसे बचा लीजिए. इसे प्यार और मिठास की ज़रूरत है. दीजिए.

कुछ दिन पहले निशु प्रताप सिंह ने अभद्र भाषा का इस्तमाल किया. मैंने उसका पोस्ट और नंबर का स्क्रीन शॉट अपने इसी फेसबुक पेज पर दिया. कुछ दिनों बाद निशु ने फोन किया. उसकी बातों में ईमानदारी झलक रही थी. वह बिना शर्त माफी मांगता रहा. कहा भी कि लगता है कि मुझे संस्कार अच्छे नहीं मिले. आप बस माफ कर दीजिए. मैंने ग़लती की है. निशु की बातों से लगा कि उसे अफसोस हो रहा है. मैं उसके बारे में सब भूल गया. यही दुआ करूंगा कि वह धर्म के नाम पर चल रहे गिरोहों के हाथों इस्तमाल न हो.

गिरिडीह से ऐसे ही एक लड़के ने धमकी दी और अभद्र भाषा का इस्तमाल किया. कशिश न्यूज़ के पत्रकार संतोष कुमार सिंह ने अपने शानदार कार्यक्रम में इस लड़के के बारे में बताया कि यह कपड़े की दुकान पर हेल्पर का काम करता है और मुस्लिम मुक्त भारत का ज़िला उपाध्यक्ष है. दीन दुनिया से अनजान इस लड़के के दिमाग़ में ज़हर भर दिया गया था. संतोष ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि उनके कार्यक्रम के बाद दुकानदार संघ ने उसे काम से हटा दिया. मगर संतोष जी की पहल पर उसे फिर से रख लिया. इस शर्त पर कि वह हिंसा की बात करने वालों का साथ नहीं देगा.

हम यही चाहते हैं कि लोग आपको इतना प्यार दें कि आप नफरत के रास्ते से लौट आएं. अगर आपने अपनी तस्वीर सही लगाई है तो बहुत दुखद है. कितने बच्चे हैं. ऐसी भाषा ज़रूर किसी की शह पर बोल रहे हैं. भारत के युवाओं को कोई बहका रहा है, इन्हें भटकने से बचा लीजिए. रितिक आपने फोन पर गालियां रिकॉर्ड कर भेजी हैं वह भी डालने की सोच रहा हूं.

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचारNDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com