नई दिल्ली: बीजेपी में किसी भी किस्म का घमासान होगा तो स्वाभाविक है कि सवाल दो शीर्ष नेतृत्व से बनेंगे, एक खुद नरेंद्र मोदी और दूसरा अमित शाह। बीजेपी की सरकार बनने के बाद से यही धारणा रही है कि सरकार के तीन सबसे ताकतवर व्यक्ति नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली और अमित शाह हैं।
अरुण जेटली की गिनती उनके सबसे बड़े क्राइसिस मैनेजरों में की जाती रही है लेकिन आज की तारीख में अरुण जेटली खुद क्राइसिस में हैं, इसलिए सारा मैनेजमेंट अब अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सर आता है।
इसीलिए घूमफिरकर यह सवाल उठ रहा है कि कीर्ति आजाद को सस्पेंड करने वाली बीजेपी क्या शत्रुघ्न सिन्हा पर कार्रवाई करने से डरती है? भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला एक सांसद सस्पेंड कर दिया जाता है, जबकि कई जानकार मानते हैं कि शत्रुध्न सिन्हा ने पार्टी के लिए साख का सवाल बने बिहार चुनावों के दौरान हरवाने का काम किया। इतना ही नहीं, हार के बाद वे कई मौके पर विरोधी नेताओं से मिलते रहे और उनके पक्ष में बयान देकर पार्टी को शर्मसार करते रहे।
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