तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
- जेडीयू और आरजेडी के बीच जुबानी जंग जारी, रिश्तों में आ रही है खटास
- तल्ख होते रिश्तों के बीच तेजस्वी यादव ने दी संयम बरतने की हिदायत
- आरजेडी के रघुवंश प्रसाद सिंह और जेडीयू के बशिष्ठ नारायण सिंह भिड़े
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पटना:
राष्ट्रपति चुनाव के लिए अलग -अलग उम्मीदवारों का समर्थन करने को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन के साझेदार जेडीयू और आरजेडी के बीच जुबानी जंग जारी है. इधर तल्ख होते रिश्तों के बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को गठजोड़ के नेताओं को बयान देते समय संयम बरतने की हिदायत दी. तेजस्वी ने कहा, "महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कोई बयान देते वक्त संयम बरतना चाहिए." राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी ने जोर देते हुए कहा कि महागठबंधन हिमालय की तरह मजबूत है.
उन्होंने कहा, "अब तक, जदयू ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ कोई अपमानजनक बयान नहीं दिया है." तेजस्वी का बयान राजद और जदयू नेताओं के आरोप प्रत्यारोप के मद्देनजर आया है. दरअसल, दोनों पाटर्यिां राष्ट्रपति चुनाव में अलग अलग उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है.
जदयू ने बिहार के पूर्व राज्यपाल और राजग के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद का समर्थन किया है, जबिक राजद कांग्रेस नेता, लोकसभा की पूर्व स्पीकर और विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन कर रहा है. राजद सूत्रों ने कहा कि प्रसाद ने अपनी पार्टी के प्रवक्ता से इस मुद्दे पर गठबंधन साझेदारों के बीच मीडिया में चल रहे भ्रम को दूर करने को कहा है.
राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि कोविंद का समर्थन करने का नीतीश कुमार का फैसला एक राष्ट्रव्यापी महागठबंधन बनाने की कोशिश को झटका है. हम उसे (जदयू को) सहन कर रहे हैं और भाजपा को रोकने के लिए उसे बर्दाश्त करते रहेंगे. वहीं , जदयू के प्रदेश प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह ने इस तरह के बयान पर नाराजगी जताते हुए इसे गठबंधन की गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन करने वाला बताया. उन्होंने कहा, "मैं लालू प्रसाद से ऐसे नेताओं को काबू करने का अनुरोध करूंगा. "
बढ़ती जा रही जेडीयू और आरजेडी में कलह
राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद की जीत और विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार की हार तय है. इस चुनाव के बहाने सत्तारूढ़ महागठबंधन के दो सहयोगी - जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं और प्रवक्ताओं के बीच वाकयुद्ध जारी है. राजद की ओर से जहां रघुवंश प्रसाद सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं तो जदयू की ओर से प्रदेश प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
उन्होंने कहा, "अब तक, जदयू ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ कोई अपमानजनक बयान नहीं दिया है." तेजस्वी का बयान राजद और जदयू नेताओं के आरोप प्रत्यारोप के मद्देनजर आया है. दरअसल, दोनों पाटर्यिां राष्ट्रपति चुनाव में अलग अलग उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है.
जदयू ने बिहार के पूर्व राज्यपाल और राजग के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद का समर्थन किया है, जबिक राजद कांग्रेस नेता, लोकसभा की पूर्व स्पीकर और विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन कर रहा है. राजद सूत्रों ने कहा कि प्रसाद ने अपनी पार्टी के प्रवक्ता से इस मुद्दे पर गठबंधन साझेदारों के बीच मीडिया में चल रहे भ्रम को दूर करने को कहा है.
राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि कोविंद का समर्थन करने का नीतीश कुमार का फैसला एक राष्ट्रव्यापी महागठबंधन बनाने की कोशिश को झटका है. हम उसे (जदयू को) सहन कर रहे हैं और भाजपा को रोकने के लिए उसे बर्दाश्त करते रहेंगे. वहीं , जदयू के प्रदेश प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह ने इस तरह के बयान पर नाराजगी जताते हुए इसे गठबंधन की गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन करने वाला बताया. उन्होंने कहा, "मैं लालू प्रसाद से ऐसे नेताओं को काबू करने का अनुरोध करूंगा. "
बढ़ती जा रही जेडीयू और आरजेडी में कलह
राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद की जीत और विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार की हार तय है. इस चुनाव के बहाने सत्तारूढ़ महागठबंधन के दो सहयोगी - जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं और प्रवक्ताओं के बीच वाकयुद्ध जारी है. राजद की ओर से जहां रघुवंश प्रसाद सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं तो जदयू की ओर से प्रदेश प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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