- तेजस्वी यादव ने महुआ में आरजेडी प्रत्याशी मुकेश रौशन के पक्ष में प्रचार करते हुए पार्टी को सबसे बड़ा बताया.
- तेज प्रताप यादव ने प्रतिक्रिया में कहा कि लोकतंत्र में जनता पार्टी से भी बड़ी होती है और महुआ उनके लिए खास है.
- सोशल मीडिया पर तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच मतभेद को लेकर तीखी बहस और आलोचना देखने को मिली है.
Tejashwi Yadav Vs Tej Pratap Yadav: संडे को तेजस्वी यादव महुआ पहुंचे और इशारों में बड़े भाई तेज प्रताप को हराने का पूरा प्रबंध करते दिखे. आरजेडी प्रत्याशी मुकेश रौशन के लिए जमकर बैटिंग की. कह दिया- "पार्टी से ऊपर कोई नहीं होता है और महुआ में मुकेश रौशन को टिकट देकर लालू यादव ने भेजा है. चाहे कोई आए और जाए, पार्टी से बड़ा कोई व्यक्ति नहीं होता है. पार्टी ही माई-बाप है. पार्टी है तो सब है, पार्टी नहीं तो कोई कुछ नहीं. महुआ में लालटेन और लालू का झंडा लहराएगा. कोई कंफ्यूजन नहीं रखना है."
तेज प्रताप का पलटवार
तेजस्वी के सीधे हमले के बाद तेज प्रताप ने आधी रात से पहले अपनी बात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए रखी. उन्होंने लिखा, "किसी भी पार्टी से बड़ी हमारी आदरणीय जनता मालिक होती है. हमारे छोटे और नादान भाई तेजस्वी ने आज महुआ में कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है, लेकिन हम अपने छोटे भाई को यह कहना चाहेंगे कि पार्टी से बड़ी हमारी जनता मालिक होती है. लोकतंत्र में सबसे बड़ी केवल जनता होती है, कोई पार्टी या परिवार नहीं. महुआ मेरे लिए राजनैतिक कर्मभूमि है, महुआ मेरे लिए पार्टी और परिवार से कहीं बढ़कर है. पार्टी केवल एक व्यवस्था है, लेकिन जनता हमारी मालिक है."
किसी भी पार्टी से बड़ी हमारी आदरणीय जनता मालिक होती है!#mahua #tejpratapyadav #biharelection2025 pic.twitter.com/fF2mTCQ7pc
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 2, 2025
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
तेज प्रताप के इस ट्वीट के बाद लोगों ने खुलकर तेजस्वी और तेज प्रताप को भला-बुरा कहना शुरू कर दिया. डॉ. रमाकान्त राय नाम के यूजनर ने लिखा, "तेजस्वी यादव ने ओछी हरकत की है. डायन भी नौ घर छोड़ देती है. तेजस्वी ने बड़े भाई का तनिक भी ख्याल नहीं रखा. महुआ जाकर कह आए कि पार्टी सबसे बड़ी है. यदि पार्टी सबसे बड़ी है तो जनता क्या है? जनता सबसे बड़ी है. लोकतंत्र जनता से है. पार्टी इस लोकतंत्र से है. विधर्मी होकर उन्होंने भाई को सताने का काम करने का काम किया है. हम सब आपके साथ हैं." एक युवा नेता नाम के यूजर ने लिखा, सच कहूं तो तेजस्वी यादव ने बड़ा घटिया काम किया है. तेज प्रताप यादव से मतभेद हो सकते हैं मगर है तो वो भाई ही इसलिए तेजस्वी को उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं देना चाहिए था और अगर दे भी दिया तो उनके खिलाफ प्रचार नहीं करना चाहिए था. अफ़सोस है की तेजस्वी बहुत छोटी बुद्धि के आदमी निकले."

तेजस्वी-तेज प्रताप में बंटे लोग
वहीं डॉ. धनंजय सिंह यादव ने लिखा, "तेजस्वी जी के कहने का मतलब था कि पार्टी से बड़ा कोई व्यक्ति या नेता नहीं हो सकता है, आपने बेवजह जनता को घसीटा इसमें. आपका हारना तय और नितांत आवश्यक है, अन्यथा आप जैसे लोग राजनीति का मजाक बनाकर रख देंगे." वहीं विशाल यादव ने दो ट्वीट करते हुए लिखा, भईया जी, आप महुआ जीत रहे हैं. , महुवा में महुआ की खुशबू आप ही ला सकते हैं. भईया जी अब समय आ गया है, अपने सारथी से बोलिए कि विजय रथ राघोपुर की तरफ मोड़ा जाए."
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तेजस्वी ने क्रॉस कर दी रेड लाइन
तेज प्रताप ने ये भी ऐलान कर दिया है कि अब वो भी राघोपुर में अपने प्रत्याशी का प्रचार करने जाएंगे. आपको बता दें कि तेज प्रताप ने पहले ही कह रखा था कि अगर तेजस्वी महुआ में प्रचार करने आते हैं तो वो राघोपुर में प्रचार करने आएंगे. इससे पहले तेजस्वी के लिए राघोपुर प्रचार करने गई राबड़ी देवी से जब तेज प्रताप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक लाइन में जवाब दिया-"वो अपनी जगह ठीक है." बहन मीसा भारती और रोहिणी भी तेज प्रताप को जीत का आशीर्वाद दिया है. हालांकि, कोई भी तेज प्रताप के लिए प्रचार करने नहीं आया. ऐसे में तेजस्वी का महुआ आकर प्रचार करना तेज प्रताप के लिए रेड लाइन क्रास करने जैसा रहा. वो बार-बार इस रेड लाइन की चेतावनी भी देते रहे हैं.
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