दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के छात्र ,मज़दूरों की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है. अब वे घरों को लौट सकेंगे. इस बात की जानकारी राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर दी है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया, 'पीएम को धन्यवाद की उन्होंने बिहार की मांग को स्वीकार कर अन्य राज्यों में फंसे छात्र ,मज़दूरों के आने का मार्ग प्रशस्त कर दिया. पीएम के साथ सोमवार की बैठक में भी बिहार ने यह मुद्दा उठाया था. अब लाखों श्रमिक,छात्र घर आ सकेंगे.'
PM को धन्यवाद की उन्होंने बिहार की माँग को स्वीकार कर अन्य राज्यों में फँसे छात्र ,मज़दूरों के आने का मार्ग प्रशस्त कर दिया ।PM के साथ सोमवार की बैठक में भी बिहार ने यह मुद्दा उठाया था ।अब लाखों श्रमिक,छात्र घर आ सकेंगे।#WelcomeHome.
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 29, 2020
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि केंद्र ने बिहार सरकार की उस मांग को स्वीकार कर लिया है, जिसमें कहा गया था कि अन्य राज्यों में फंसे बिहार के छात्र,पर्यटक और तीर्थ यात्री अगर बिहार वापिस आना चाहें तो उसके लिए केंद्र द्वारा छूट प्रदान की जाए. सुशील मोदी ने बताया कि बिहार लगातार इस चीज की मांग कर रहा था. कुछ दिन पूर्व जब पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई थी तो उसमें सीएम नीतीश कुमार ने मांग की थी कि अन्य राज्यों में फंसे लोगों को बिहार वापिस लाने की अनुमति दी जाए.
अब केंद्र ने बिहार सरकार की मांग को स्वीकार कर लिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र की अनुमति मिलने के साथ ही अन्य राज्यों से बिहार के लोगों की घर वापसी का रास्ता खुल गया है. केंद्र का कहना है कि सिर्फ बसों के जरिए लोगों को राज्य वापिस लाया जा सकता है. साथ ही राज्य सरकारों को वापिस लौटे लोगों को क्वारंटाइन में रखना होगा.
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