विज्ञापन

चुनाव से पहले बिहार को चौथे एयरपोर्ट की सौगात, जान लें क्‍यों है ये खास

पूर्णिया एयरपोर्ट पूर्व सैन्य हवाई अड्डा है, जिसपर तात्कालिक रूप से पोर्टा केबिन आधारित हवाई परिचालन आरम्भ होगा. बाद में इस एयरपोर्ट को 400 करोड़ की लागत से विकसित किया जाएगा.

चुनाव से पहले बिहार को चौथे एयरपोर्ट की सौगात, जान लें क्‍यों है ये खास
बिहार को मिलने जा रहा चौथा हवाईअड्डा, PM मोदी करेंगे पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन
  • पूर्णिया में बिहार का चौथा एयरपोर्ट 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया जाएगा.
  • पूर्णिया एयरपोर्ट का रनवे राज्य का सबसे बड़ा होगा, जिसकी लंबाई नौ हजार मीटर निर्धारित की गई है.
  • यह एयरपोर्ट पूर्व सैन्य हवाई अड्डा है, जिसमें प्रारंभ में पोर्टा केबिन आधारित हवाई सेवा शुरू होगी.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
पूर्णिया:

पटना, गया, दरभंगा के बाद पूर्णिया में 15 सितंबर को बिहार के चौथे एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा होना तय है. इस एयरपोर्ट की खासियत यह होगी कि इसका रनवे राज्य का सबसे बड़ा रनवे होगा, जिसकी लंबाई 09 हजार मीटर होगी. दरअसल , इस एयरपोर्ट की घोषणा पीएम नरेंद्र मोदी ने लगभग 10 वर्ष पहले 02 नवंबर 2015 को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए किया था.

15 सितंबर के मद्देनजर एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. बताया जा रहा है कि 05 सितंबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए राजनेताओं और अधिकारियों का दौरा लगातार जारी है. गौरतलब है कि यह एयरपोर्ट पूर्व सैन्य हवाई अड्डा है, जिसपर तात्कालिक रूप से पोर्टा केबिन आधारित हवाई परिचालन आरम्भ होगा. बाद में इस एयरपोर्ट को 400 करोड़ की लागत से विकसित किया जाएगा.

इस एयरपोर्ट के निर्माण से न केवल सीमांचल के लोग बल्कि नेपाल और बंगाल के लोग भी लाभान्वित होंगे. इसके अलावा भागलपुर, खगड़िया और मधेपुरा के लोग भी इस निकटवर्ती एयरपोर्ट का लाभ ले सकेंगे. पूर्णिया मेडिकल, ऑटोमोबाइल और एजुकेशन का हब माना जाता है और उम्मीद जताई जा रही है कि उड़ान-सेवा आरम्भ होने पर इस इलाके का चतुर्दिक विकास होगा. 

बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पूर्णिया एयरपोर्ट के उद्घाटन को राजनीतिक नजरिये से भी देखा जा रहा है. दरअसल, बीते 10 वर्षों से इसके लिए आम लोग लगातार आंदोलन भी कर रहे थे. सीमांचल के इलाके में विधानसभा की 24 सीटें है. वर्ष 2020 के चुनाव में यहां एनडीए को 09, महागठबन्धन को 10 और एएआईएमआईएम को 05 सीटे मिली थी. जानकर बताते हैं कि चूंकि एयरपोर्ट जनहित से जुड़ा मुद्दा है, तो निश्चित रूप से आगामी चुनाव में इसका लाभ एनडीए को मिल सकेगा.

ये भी पढ़ें :- बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बड़ा अपडेट, तेजस्वी के घर मेगामीटिंग में बन गई बात

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com