
- सीतामढ़ी पुनौरा धाम में माता जानकी के भव्य मंदिर का शिलान्यास गृह मंत्री अमित शाह और CM नीतीश कुमार ने किया.
- मंदिर का निर्माण 67 एकड़ भूमि में 882.87 करोड़ रुपए की लागत से होगा, जिसमें 50 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है.
- मंदिर की ऊंचाई 156 फीट होगी. इसमें परिक्रमा पथ, यज्ञ मंडप, ऑडिटोरियम, कैफेटेरिया समेत कई सुविधाएं शामिल होंगी.
Sitamarhi Janaki Mandir: सीतामढ़ी में जानकी मंदिर निर्माण का आज शिलान्यास हो गया. केंद्रीय गृह मंदिर अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में माता जानकी के भव्य मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी गई है. अयोध्या के श्रीराम मंदिर जैसा ही सीतामढ़ी में माता जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण होगा. इस मंदिर के शिलान्यास के लिए शुक्रवार को 21 तीर्थ स्थलों की मिट्टी, 31 नदियों का जल, जयपुर से चांदी कलश लाया गया है.
सीतामढ़ी में 67 एकड़ में 882.87 करोड़ की लागत से इस मंदिर का निर्माण होगा. यह मंदिर कितना भव्य होगा? क्या-क्या खासियतें होगी? मंदिर परिसर में क्या कुछ होगा? जानिए इस रिपोर्ट में.
बारिश के बीच अमित शाह ने रखी पहली ईंट
शुक्रवार को सीतामढ़ी में हो रही भारी बारिश के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने जानकी मंदिर पुननिर्माण की पहली ईंट रखी. मंदिर को नेपाल के फूलों से सजाया गया है. भूमिपूजन के लिए 21 तीर्थों की मिट्टी, 31 नदियों का जल मंगवाया गया था. अयोध्या के हनुमान गढ़ी से ईंट भी पहुंची थी.
माँ जानकी की जय!
— Amit Shah (@AmitShah) August 8, 2025
बिहार के सीतामढ़ी में माता सीता की जन्मस्थली पर पुनौराधाम मंदिर एवं परिसर के समग्र विकास की वृहद योजना के भूमि पूजन से लाइव...#माँ_जानकी_मंदिर https://t.co/8uFr1Emg73
मंदिर के शिलान्यास के लिए जयपुर से आया कलश
- पूजा के लिए 21 तीर्थ स्थलों की मिट्टी और 31 नदियों का जल लाया गया है. जयपुर से चांदी का कलश मंगवाया गया है, इसमें जल और मिट्टी भर कर इसे पूजा स्थल पर स्थापित किया गया है.
- मंदिर परिसर 67 एकड़ में फैला रहेगा, मंदिर के पास सिर्फ 17 एकड़ जमीन थी, 50 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है. जमीन अधिग्रहण के लिए 165.57 करोड़ रुपए लगा है.
- बिहार कैबिनेट ने 1 जुलाई को इसके लिए 882.87 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी, 22 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके फाइनल डिजाइन का लोकार्पण किया था.
- मंदिर अयोध्या की राम मंदिर की तर्ज पर ही बनेगा. मंदिर की ऊंचाई 156 फीट होगी, जो अयोध्या के राम मंदिर से 5 फीट कम है.
- परिसर में परिक्रमा पथ, यज्ञ मंडप, म्यूजियम, ऑडिटोरियम, कैफेटेरिया, सीता वाटिका, लव कुश वाटिका, धर्मशाला बनेगा, मां जानकी कुंड का भी विकास किया जाएगा.
- श्री जानकी जन्मभूमि पुनौरा धाम मंदिर न्यास समिति का गठन किया गया है. इस प्रोजेक्ट को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पूरा करेगा.

सीतामढ़ी जानकी मंदिर निर्माण परियोजना की बड़ी बातें
- विशाल परिसर: कुल 67 एकड़ भूमि में यह परियोजना फैलेगी, जिसमें मौजूदा 17 एकड़ के अलावा लगभग 50 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है.
- भव्य डिजाइन: जून 2025 में मंदिर परिसर के अंतिम डिजाइन का अनावरण किया गया, जिसमें 151 फीट ऊंचा भव्य मंदिर, वॉकवे, वाटिका, प्रदर्शनी केंद्र, पार्किंग और अन्य आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं.
- राम मंदिर वाले शिल्पकार: इस डिजाइन को नोएडा की उसी फर्म ने तैयार किया है, जिसने अयोध्या के राम मंदिर का वास्तुशिल्प डिजाइन किया था.
- प्रशासनिक निगरानी: निर्माण कार्य एक न्यास समिति की निगरानी में चलेगा, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे और स्वच्छ विकास आयुक्त उपाध्यक्ष होंगे.
- कब तक पूरा होगा निर्माण कार्य: इस परियोजना को दो वर्षों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
राजस्थान के रेड स्टोन का होगा इस्तेमाल
जानकी मंदिर की भव्यता-दिव्यता के लिए यहां खास तरह के पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा. राम मंदिर की तरह ही जानकी मंदिर के लिए भी राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के लाल पत्थरों का इस्तेमाल होगा. राजस्थान के इस रेड स्टोन की क्या खासियत है, आइए जानते हैं.
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शिलान्यास समारोह में सीएम नीतीश कुमार भी हुए शामिल
पुनौराधाम को माता सीता का जन्मस्थान माना जाता है. गृह मंत्री अमित शाह ने पुनौराधाम में जानकी मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. इस परियोजना के शिलान्यास समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, कई केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए.

सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस
इस परियोजना की कुल लागत 882.87 करोड़ रुपये से अधिक है. एक अधिकारी ने बताया कि शाह ने मंदिर के पुनर्विकास के लिए भूमि पूजन किया. इसके अलावा शाह ने सीतामढी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई और जानकी मंदिर के डिजाइन का अनावरण किया.
728 करोड़ रुपए पर्यटन संबंधी गतिविधियों पर होंगे खर्च
राज्य मंत्रिमंडल ने एक जुलाई को मंदिर परिसर के एकीकृत विकास के लिए 882.87 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी. अधिकारी ने बताया कि कुल राशि में से 137 करोड़ रुपये पुराने मंदिर और उसके परिसर के विकास पर खर्च किए जायेंगे, जबकि 728 करोड़ रुपये पर्यटन संबंधी गतिविधियों पर खर्च किए जायेंगे.

मंदिर के 10 सालों तक रखरखाव पर 16 करोड़ रुपए होंगे खर्च
इसके अलावा, 10 वर्षों तक व्यापक रखरखाव पर 16 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (बीएसटीडीसी) इस परियोजना का क्रियान्वयन करेगा. राज्य सरकार ने हाल ही में मंदिर के निर्माण और पुनर्विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय ट्रस्ट का गठन किया है.
डिजाइन के लिए नोएडा की कंपनी नियुक्त
आगे कहा कि बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पुनौराधाम आते हैं. राज्य मंत्रिमंडल ने परियोजना के लिए डिजाइन सलाहकार के रूप में नोएडा स्थित एक कंपनी की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है. यह कंपनी राम जन्मभूमि न्यास के लिए मास्टर प्लानिंग और वास्तुकला सेवाओं में लगी हुई थी.
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