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शिवहर विधानसभा चुनाव में क्या टूटेगा ट्रेंड, हर बार नया विधायक चुनती रही है जनता

शिवहर विधानसभा सीट में जदयू की राह चुनौतीपूर्ण हो गई है. पार्टी ने यहां से मौजूदा विधायक का टिकट काटकर श्वेता गुप्ता को मैदान में उतारा है.

शिवहर विधानसभा चुनाव में क्या टूटेगा ट्रेंड, हर बार नया विधायक चुनती रही है जनता
Shivhar assembly seat election
  • शिवहर सीट से राजद ने नवनीत कुमार झा को उम्मीदवार घोषित किया है जो पूर्व केंद्रीय मंत्री के पोते हैं
  • मोहम्मद सरफुद्दीन ने जदयू छोड़कर बसपा से चुनाव लड़ने का फैसला किया है जिससे जदयू की चुनौती बढ़ गई है
  • शिवहर जिला बिहार का सबसे छोटा जिला है जिसमें केवल एक विधानसभा सीट है और कुल पांच ब्लॉक शामिल हैं
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शिवहर:

Shivhar Election 2025: शिवहर विधानसभा सीट से आरजेडी ने नवनीत कुमार झा को टिकट दिया है. जबकि जदयू से श्वेता गुप्ता मुकाबले में हैं. राजद ने दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा के पोते और पूर्व एमएलए अजीत झा के बेटे नवनीत झा को शिवहर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है. चुनावी हलफनामे के मुताबिक, पेशे से वकील नवनीत झा करीब 10 करोड़ के मालिक हैं. उनके पास दिल्ली में कई आलीशान मकान भी हैं.

मोहम्मद सरफुद्दीन ने की बगावत
यहां से दो बार के जदयू विधायक रहे मोहम्मद सरफुद्दीन ने बगावत का झंडा बुलंद किया और उन्होंने बसपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया. जदयू प्रत्याशी डॉक्टर श्वेता गुप्ता सीतामढ़ी के मशहूर चिकित्सक डॉक्टर वरुण कुमार की पत्नी है. मोहम्मद सरफुद्दीन की मुसलमानों के साथ अन्य जातियों पर भी अच्छी पकड़ है. वो दो बार विधायक रहे हैं, लिहाजा जेडीयू के लिए बड़ी चुनौती इस बार सामने है.

इकलौती विधानसभा सीट जिले में 
बिहार चुनाव में शिवहर जिले का इतिहास दिलचस्प है. जिले की इकलौती विधानसभा सीट का नाम शिवहर है. यहां सबसे बड़ा चुनाव ट्रेंड ये है कि जनता हर बार चुनाव में अपना विधायक बदलती रही है. बिहार की मुख्य धारा के राजनीतिक भूचाल से अलग शिवहर विधानसभा सीट की जनता हर बार अपना चेहरा बदल लेती है. शिवहर जिला तिरहुत संभाग के उत्तरी हिस्से में स्थित है. शिवहर उत्तर और पूर्व में सीतामढ़ी जिले से, दक्षिण में मुजफ्फरपुर जिले से और पश्चिम में पूर्वी चंपारण जिले से घिरा है. जनसंख्या और जिले के कुल एरिया के मामले में यह बिहार का सबसे छोटा जिला है.शिवहर में 5 ब्लॉक हैं, जिनमें शिवहर, पिपरारी, पुरनहिया, डुमरी कटसारी और तरियानी शामिल हैं.

सीतामढ़ी से अलग जिला बना
शिवहर को 6 अक्टूबर 1994 को बिहार सरकार ने सीतामढ़ी से अलग कर जिला घोषित किया था. शिवहर बिहार का एक ऐसा जिला है, जिसमें एक ही शिवहर विधानसभा सीट है. जिला मुख्यालय शिवहर में है. जिले में कुल 53 पंचायतें और 203 गांव हैं. शिवहर जिले की कुल आबादी करीब 7 लाख है. शिवहर जिला 443 वर्ग किलोमीटर में फैला है. इसमें पुरुषों की तादाद लगभग 3.46 लाख और महिलाएं 3.09 लाख हैं.

शिवहर में बाबा भुवनेश्वर नाथ मंदिर
शिवहर में एक प्राचीन बाबा भुवनेश्वर नाथ मंदिर है. कहा जाता है कि इस अति प्राचीन मंदिर का निर्माण द्वापर काल में हुआ था. धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण एक ही पत्थर को तराश कर किया गया था. 1956 में प्रकाशित अंग्रेजी गजट में नेपाल के पशुपतिनाथ और भारत के हरिहर क्षेत्र के बीच इस मंदिर के होने का उल्लेख मिला था. कोलकाता हाईकोर्ट ने भी एक फैसले में इस मंदिर को अति प्राचीन बताया था. ईस्ट इंडिया कंपनी की चौकीदारी रसीद पर भी मंदिर का जिक्र मिलता था. मंदिर के पश्चिम भाग में एक तालाब है, जिसकी खुदाई करीब 1962 में छतौनी गांव निवासी संत प्रेम भिक्षु ने कराई थी.

शिवहर सीट का मिथक क्या टूटेगा
वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में शिवहर की जनता ने चेतन आनंद को अपना विधायक चुना था. चेतन आनंद को 36686 वोटों से जीत मिली थी. उन्होंने जदयू उम्मीदवार मोहम्मद सरफुद्दीन को हराया था, जो 2015 में विधायक निर्वाचित हुए थे. शिवहर में 2010 के चुनाव में जेडीयू को सीट मिली थी. उसके पहले 2005 में राजद का विधायक चुना गया था.

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