राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. सीटों के बंटवारे को लेकिर एनडीए के सदस्य राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के रुख और नीतीश कुमार के साथ चले रहे उनके मनमुटाव पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि कुशवाहा की पार्टी के विधायक टूट सकते हैं. शिवानंद कहते हैं कि 'नीतीश कुमार उनके विधायकों पर अपना मायाजाल डाल चुके होंगे. सत्ता तो अपने आप में माया है. जहां कल्कटर और एसपी जल्दी विधायकों से बात नहीं करता है, वैसे में राज्य का मुख्यमंत्री सामान्य विधायक से प्रेमपूर्वक बतियाए, उसको हर तरह से आश्वस्त कर दे तो फिर उस मायाजाल से बच निकलना किसी के लिए भी कठिन होगा. वह भी रालोसपा जैसी छोटी पार्टी के विधायक के लिए.'
तिवारी आगे कहते हैं, 'लेकिन उपेन्द्र जी अभी उहापोह में हैं. क्या करना है इस पर वे स्वंय स्पष्ट नहीं दिख रहे हैं. अगर भाजपा गठबंधन में ही उनको रहना था तो उन्हें बात को इतनी दूर तक नहीं ले जाना चाहिए था. नीतीश कुमार की डीएनए रिपोर्ट मांगने के बाद नीतीश कुमार के साथ उसी गठबंधन में रहने की बात सोचना तो आत्मघाती है. बात वहीं नहीं रुकी. मामला सड़क पर उतर गया. उनके समर्थकों ने अपने नेता की प्रतिष्ठा में अपना सर तोड़वा लिया. उसके बाद भी व्यामोह में फंसे रहना उपेन्द्र जी की राजनीति के लिए स्वस्थकर तो नहीं लगता है.'
शिवानंद तिवारी अक्सर केंद्री की मोदी सरकार और बिहार की नीतश सरकार पर निशाना साधते रहते हैं और अपने फेसबुक पेज पर खुलकर इस विषय में लिखते रहे हैं. हाल ही में उन्होंने राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था. तिवारी ने कहा था, 'बदहवास भाजपा जिस प्रकार भगवान राम को कीचड़ में घसीट रही है वह शर्मनाक है. जनता के बीच जाकर अपने काम के बूते वोट मांगने का इनको साहस नहीं है. ऐसा कोई काम इन्होंने किया ही नहीं है जिसको दिखाकर दुबारा सत्ता में जाने का समर्थन ये जनता से मांग सकें. इसलिए विधर्मी लोग राममंदिर और हिंदू धर्म के नाम पर वोट पाना चाहते हैं. लेकिन जनता के सामने इनकी पोल खुल चुकी है.'
VIDEO: नीतीश अवसरवादी राजनीति कर रहे हैं : शिवानंद तिवारी
तिवारी आगे कहते हैं, 'लेकिन उपेन्द्र जी अभी उहापोह में हैं. क्या करना है इस पर वे स्वंय स्पष्ट नहीं दिख रहे हैं. अगर भाजपा गठबंधन में ही उनको रहना था तो उन्हें बात को इतनी दूर तक नहीं ले जाना चाहिए था. नीतीश कुमार की डीएनए रिपोर्ट मांगने के बाद नीतीश कुमार के साथ उसी गठबंधन में रहने की बात सोचना तो आत्मघाती है. बात वहीं नहीं रुकी. मामला सड़क पर उतर गया. उनके समर्थकों ने अपने नेता की प्रतिष्ठा में अपना सर तोड़वा लिया. उसके बाद भी व्यामोह में फंसे रहना उपेन्द्र जी की राजनीति के लिए स्वस्थकर तो नहीं लगता है.'
शिवानंद तिवारी अक्सर केंद्री की मोदी सरकार और बिहार की नीतश सरकार पर निशाना साधते रहते हैं और अपने फेसबुक पेज पर खुलकर इस विषय में लिखते रहे हैं. हाल ही में उन्होंने राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था. तिवारी ने कहा था, 'बदहवास भाजपा जिस प्रकार भगवान राम को कीचड़ में घसीट रही है वह शर्मनाक है. जनता के बीच जाकर अपने काम के बूते वोट मांगने का इनको साहस नहीं है. ऐसा कोई काम इन्होंने किया ही नहीं है जिसको दिखाकर दुबारा सत्ता में जाने का समर्थन ये जनता से मांग सकें. इसलिए विधर्मी लोग राममंदिर और हिंदू धर्म के नाम पर वोट पाना चाहते हैं. लेकिन जनता के सामने इनकी पोल खुल चुकी है.'
VIDEO: नीतीश अवसरवादी राजनीति कर रहे हैं : शिवानंद तिवारी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं