![बिहार में यह का बा! बेगूसराय, मधुबनी... सरेआम ट्रेनों के शीशे तोड़ते ये उत्पाती कौन हैं? बिहार में यह का बा! बेगूसराय, मधुबनी... सरेआम ट्रेनों के शीशे तोड़ते ये उत्पाती कौन हैं?](https://c.ndtvimg.com/2025-02/t6mdimf_train_625x300_15_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
बिहार से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. ट्रेनों में सीटों की कमी के कारण मारामारी मची हुई है. सीट नहीं मिलने या ट्रेन में प्रवेश नहीं मिलने से गुस्साए यात्री ट्रेन के गेट के शीशे तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे हैं. प्लेटफॉर्म पर यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ रहा है, जिससे स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो जा रही है.
महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ समस्तीपुर रेलखंड पर ट्रेनों पर हमला कर रही है. प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्री ट्रेनों के गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच, बिहार के सासाराम में ट्रेन पर हमला और तोड़फोड़ करने वाले 5 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर आरपीएफ बेहद सख्त है और लोगों को माइक के जरिए चेतावनी दी जा रही है कि वो रेलवे की संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं.
महाकुंभ जाने वाले यात्रियों ने ट्रेन पर किया हमला, चलाए ईंट-पत्थर
सलौना स्टेशन पर क्या हुआ?
सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस रात 7:25 बजे सलौना स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-एक पर पहुंची. इस ट्रेन में चढ़ने के लिए लगभग 1000 यात्री पहले से ही स्टेशन पर खड़े थे. जब ट्रेन स्टेशन पर रुकी, तो उसमें पहले से ही बहुत सारे यात्री बैठे हुए थे और उन्होंने दरवाजे बंद कर दिए थे. स्टेशन पर खड़े यात्रियों ने जब दरवाजे खोलने की कोशिश की, तो वे नहीं खुले. इसके बाद, उन्होंने अंदर बैठे यात्रियों से दरवाजे खोलने की अपील की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. इसके बाद स्टेशन पर खड़े यात्रियों ने ईंटों का उपयोग करके दरवाजे का शीशा तोड़ दिया और टूटे हुए शीशे से कुछ लोग अंदर चले गए.
सासाराम स्टेशन पर भी यात्रियों की जबरदस्त भीड़ है. यहां ट्रेन में चढ़ने के दौरान भीड़ में फंसकर एक महिला बेहोश हो गई. वहां मौजूद दूसरे यात्रियों ने उसे होश में लाने की कोशिश की. हाल के दिनों में लगातार इस स्टेशन पर भारी भीड़ दिख रही है.
कुंभ स्पेशल ट्रेनों में पैर रखने को जगह नहीं है और पटना से प्रयागराज की ओर चलने वाली नियमित ट्रेनें भी श्रद्धालुओं से भरी पड़ी है. जिनके पास रिजर्वेशन है वो या तो ट्रेन में चढ़ नहीं पा रहे हैं या फिर एक कोने में दुबके बैठे रहते हैं. ऐसे में उपद्रवी अपनी मनमानी कर रहे है.
सड़कों पर भी भारी भीड़ और जाम की स्थिति है. प्रयागराज में गाड़ियों के दबाव बढ़ने पर उत्तर प्रदेश-बिहार का बॉर्डर सील कर दिया जाता है, जिससे नेशनल हाइवे पर गाड़ियों की कई किलोमीटर लंबी कतार लग जाती है. यह स्थिति यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन रही है.
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