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मेरा बेटा लौटा दो मां... दुर्गा पंडाल में करंट से बच्चे की मौत, मूर्ति के आगे शव रख मां की चीत्कार

दुर्गा पंडाल में लगे बांस-बल्ले में करंट आने से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई. जिसके बाद उसकी मां बच्चे के शव को मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने रखकर चीत्कार लगाने लगी- मेरा बेटा लौटा दो मां.

मेरा बेटा लौटा दो मां... दुर्गा पंडाल में करंट से बच्चे की मौत, मूर्ति के आगे शव रख मां की चीत्कार
मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने बेटे की लाश रखकर गुहार लगाती महिला.
  • बिहार के दरभंगा में दुर्गा पूजा के पंडाल में करंट लगने से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई थी.
  • मृतक बच्चा अमरजीत कुमार था जो अपने दिव्यांग माता-पिता का इकलौता पुत्र था.
  • बच्चे की मां ने बेटे के शव को देवी दुर्गा की प्रतिमा के सामने रखकर जीवित करने की गुहार लगाई.
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दरभंगा (बिहार):

आज पूरा देश विजयादशमी का त्योहार मना रहा है. जगह-जगह मां दुर्गा की पूजा की जा रही है. रावण दहन की तैयारी की जा रही है. लेकिन इस पूजा-पाठ के बीच बिहार के दरभंगा से एक ऐसी दुर्घटना सामने आई, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दी. दरभंगा में एक मां ने अपने बच्चे के शव को मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने रखा और चित्कार लगाते हुए कहने लगी कि मां मेरे बेटे को लौटा दो. दरअसल दरभंगा में दुर्गा पूजा पंडाल में लगे बांस-बल्ले में करंट आने से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई. जिसके बाद उसकी मां बच्चे के शव को मां की प्रतिमा के सामने रखकर गुहार लगाने लगी.

देवी प्रतिमा के सामने बेटे की लाश रखकर गुहार लगा रही थी मां

पंडाल से एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें बच्चे की मां बेटे को जिंदा करने की गुहार लगाती दिख रही है. बच्चे के शव को मां के सामने रखकर मां रो-रोकर दोनों हाथ उठाकर दुर्गा जी गुहार लगाने लगी. वो कह रही थी, अरे मां... बेटा तो तेरे दर्शन करने आया था. तेरी पूजा करने आए थे, फिर मेरे बच्चे को क्यों छीन लिया? मेरे बेटे को लौटा दो. मेरे बेटे को जिंदा कर दो.

दरभंगा के आजमनगर का मामला, करंट से हुई बच्चे की मौत

मिली जानकारी के अनुसार यह घटना बिहार के दरंभगा जिले के आजमनगर की है. आजमनगर दरभंगा शहर का एक मोहल्ला है. यहां स्थापित मां दुर्गा के पंडाल में 12 साल का अमरजीत कुमार गया था, उसकी करंट लगने से मौत हो गई. बताया गया कि वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. मां और बाप दोनों दिव्यांग हैं.

बच्चे के पिता श्याम कुमार महतो आंखों से देख नहीं सकते. उनकी पत्नी भी पैरों से दिव्यांग है. इस दंपति के इकलौते बेटे की करंट लगने से मौत हो गई. जिसके बाद उसकी मां देवी की प्रतिमा के सामने बेटे की लाश रखकर गुहार लगा रही थी.

बारिश के कारण बांस-बल्ले भींग गए थे, तार से बांस में आया करंट 

स्थानीय नितिन कुमार झा ने बताया, 'मंगलवार रात से ही शहर में रुक-रुककर बारिश हो रही है. बारिश के कारण पंडाल की सजावट में लगे बांस-बल्ले भींग गए थे. बांस में लगे तार में भी करंट दौड़ रहा था. इस दौरान पास में ही खेल रहा बच्चा करंट की चपेट में आ गया.

 

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