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गिरफ्तारी फर्जी, नामजद अभी भी कर रहे हैं प्रचार...दुलारचंद हत्याकांड में पोते का बड़ा दावा

दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में पूर्व विधायक और जनता दल (यूनाइटेड) प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद मृतक के पोते नीरज ने रविवार को कहा कि जब तक ‘‘सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और उन्हें फांसी की सजा नहीं दी जाती’’, तब तक परिवार ब्रह्मभोज का आयोजन नहीं करेगा.

गिरफ्तारी फर्जी, नामजद अभी भी कर रहे हैं प्रचार...दुलारचंद हत्याकांड में पोते का बड़ा दावा
  • दुलारचंद यादव के पोते ने दादा की हत्या को पूर्व नियोजित साजिश करार दिया
  • पोते नीरज यादव ने पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है
  • अनंत सिंह के अलावा मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम की भी हुई गिरफ्तारी
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पटना:

बिहार के चर्चित नेता दुलारचंद यादव की हत्या को लेकर उनके पोते नीरज यादव ने सनसनीखेज दावा किया है. नीरज का कहना है कि यह एक पूर्व नियोजित साज़िश थी और उनके दादा की मौत गाड़ी से कुचलने से नहीं, बल्कि गोली लगने से हुई है. नीरज ने सीधे तौर पर पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, “गोली अनंत सिंह ने चलाई थी. जब तक उन्हें फांसी नहीं दी जाती, तब तक ब्रह्मभोज नहीं होगा.”

फर्जी गिरफ्तारी, नामजद कर रहे प्रचार

दुलारचंद के पोते ने यह भी दावा किया कि इस मामले में अनंत सिंह को छोड़कर बाकी गिरफ्तारियां फर्जी हैं. नीरज के अनुसार, बाकी नामज़द लोग केवल प्रचार कर रहे हैं. नीरज ने ‘पीटीआई वीडियो' से बातचीत में कहा, ‘‘हम मांग कर रहे हैं कि मेरे दादा की हत्या में शामिल सभी 5 लोगों की गिरफ्तारी हो. विरोधियों ने प्रशासन की मदद से मेरे दादा की हत्या कराई. जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर फांसी नहीं दी जाती, हम ब्रह्मभोज नहीं करेंगे.''

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अनंत सिंह को कोर्ट में किया गया पेश

पटना सिविल कोर्ट में आज पूर्व विधायक अनंत सिंह की पेशी हुई, जहां अनंत सिंह को ADG-3 के कोर्ट में जज के सामने प्रस्तुत किया गया. पेशी के मद्देनज़र कोर्ट परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम थे. पटना पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया, क्योंकि अनंत सिंह के समर्थकों के बड़ी संख्या में जुटने की संभावना जताई गई थी. पुलिस ने रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दाखिल की है. अब कोर्ट की सुनवाई के बाद यह तय होगा कि अनंत सिंह को पुलिस रिमांड पर भेजा जाएगा या उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा.

अनंत सिंह समेत कौन-कौन गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने बताया कि अनंत सिंह के अलावा दो अन्य आरोपियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तीनों को रविवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा. सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जद(यू) के टिकट पर मोकामा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. शनिवार देर रात इस मामले में गिरफ्तार किया गया. 

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कैसे हुई दुलारचंद की हत्या

मोकामा में दुलारचंद जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे, इस प्रचार के दौरान उनकी मौत की खबर आई. शुरुआती दावों के मुताबिक, दुलारचंद यादव की हत्या गोली लगने से होने की बात कही गई थी. उनके पैर में भी गोली लगी है, लेकिन यह उनकी मौत का कारण नहीं था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि घातक चोट उनकी छाती पर किसी वाहन के चढ़ने से लगी थी, जिससे कई फ्रैक्चर हुए और फेफड़े फट गए. बाढ़ में एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों के पैनल ने लगभग दो घंटे तक पोस्टमार्टम किया था.

अनंत सिंह को कैसे दबोचा 

दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और बाहुबली अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में पटना एसएसपी की टीम बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट पहुंची, जहां से बाहुबली अनंत सिंह को गिरफ्तार किया. इससे पहले सूचना आई थी कि अनंत सिंह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर सकते हैं. इसी क्रम में पटना एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम एक्टिव हुई और अनंत सिंह को कस्टडी में ले लिया. दुलारचंद यादव हत्याकांड में बिहार पुलिस अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने औपचारिक रूप से मामले का प्रभार संभाल लिया है।

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