बिहार के गया में एक ही परिवार के चार लोगों को फांसी पर लटकाने वाले कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा उर्फ वन बिहारी उर्फ मदन जी उर्फ जनार्दन जी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने प्रमोद मिश्रा के साथी अनिल यादव को भी पकड़ा है.ये दोनों गया के टिकारी प्रखंड के पड़री के जरही टोला अपने रिश्तेदार के यहां आया हुआ था. जहां पुलिस ने दबिश देते हुए कामयाबी हासिल की. इसका खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया है.
एसएसपी आशीष भारती ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए बताया कि अंतर्राज्यीय हार्डकोर नक्सली प्रमोद मिश्रा एवं अनिल यादव को टिकारी अनुमंडल थाना क्षेत्र में रहकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की भी फिराक में नक्सली जुटे होने की सूचना मिली. जिसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया. इस टीम में गया पुलिस, सीसीएम, ईआरबी चीफ समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को शामिल कर करवाई की गई. इस दौरान सीसियम सेंट्रल कमिटी मेंबर, ईआरबी ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो चीफ कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव को गिरफ्तार किया गया.
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार दोनों कुख्यात नक्सलियों को पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. न्यायालय से जमानत मिलने पर वे बाहर आए हुए थे और नक्सली संगठन को मजबूत करने के लिए फिर से प्रयास में जुट गए. इन कुख्यात नक्सली के द्वारा 14 नवंबर 2021 को डुमरिया के मोनबार जंगल से सटे इलाके में रहने वाले सरयू सिंह भोक्ता के घर पर हमला किया गया था.
सरयू सिंह भोक्ता के दोनों बेटे सतेंद्र और महेंद्र और उनकी पत्नी मनोरमा देवी और सुनीता की हत्या कर दी थी. इसके बाद चारों के शवों को फंदे पर लटका दिया था और फिर बम लगाकर घर को भी उड़ा दिया था. इस वारदात के बाद नक्सलियों ने घर के बाहर एक पर्चा भी चिपकाया था.इसमें बदला लेने के लिए इस परिवार के सदस्यों की हत्या की बात कही गई थी. इस तरह के गिरफ्तार कुख्यात नक्सली के द्वारा कई जघन्य अपराध किए गए हैं. गिरफ्तार कुख्यात नक्सली पर बिहार और झारखंड के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं