बिहार में गंगा नदी (Bihar Flood ) गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि और भीषण कटाव से कई लोगों का आशियाना पानी की आगोश में समा गया है. भागलपुर के सबौर प्रखंड स्थित ममलखा पंचायत में गांव का अस्तित्व अब खत्म हो गया है. ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है. हालात इतने खराब हो गए है कि बाढ़ का पानी गंगा के किनारे स्थिति बने घरों तक पहुंच गया है. भागलपुर के सबौर प्रखंड स्थित ममलखा पंचायत में अब तक 10 घर गंगा के समा गए है. यहां से एक हैरान कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है.
गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि और भीषण कटाव से कई लोगों का आशियाना पानी की आगोश में समा गया है. भागलपुर के सबौर प्रखंड स्थित ममलखा पंचायत में गांव का अस्तित्व अब खत्म हो गया है. कई घर कटाव की जद में आया और गंगा ने उसे अपने आगोश में ले लिया. वीडियो में दिख रहा है कि कुछ ही मिनट में एक पक्का घर कटाव के कारण गंगा में विलीन हो गया.
गंगा में समा गए 3 आशियाने..
— NDTV India (@ndtvindia) September 24, 2024
बिहार: भागलपुर में अब तक 10 घर गंगा में समा चुके हैं. कई घर देखते ही देखते कटाव की जद में आए और गंगा ने उसे अपने आगोश में ले लिया.#Bihar । #GangaRiver । #Flood pic.twitter.com/Nm4TEpZMLR
बता दें कि बिहार में गंगा नदी उफान पर है. बाढ़ का पानी 12 जिलों के 65 प्रखण्डों के 376 ग्राम पंचायतों में फैला हुआ है, जिससे 13.56 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. गंगा किनारे के सभी 12 जिलों बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार के 376 ग्राम पंचायत बाढ़ से प्रभावित है. अब घर पानी में डूब जाने के बाद लोगों के सामने रहने-खाने का संकट खड़ा हो गया है.
बिहार के CM नीतीश कुमार ने बीते शुक्रवार को पटना और वैशाली जिलों में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण उत्पन्न स्थिति का हवाई सर्वेक्षण करके जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
गंगा वर्तमान में पटना के गांधी घाट, दीघा घाट और हाथीदाह में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. झारखंड में भारी बारिश के कारण फल्गु और सकरी नदियों के किनारे छोटे बांधों को हुए नुकसान से पटना ग्रामीण और नालंदा जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है.
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