- पटना में डेंगू का कहर जारी
- 1300 से अधिक लोग प्रभावित
- सात साल की बच्ची की मौत
बिहार में डेंगू का क़हर जारी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी पटना में डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या अब 1300 से अधिक हो गयी है. इस बीच पटना में इस बीमारी से एक सात साल के बच्ची की जहां मौत हुई, वहीं भाजपा विधायक संजीव चौरसिया भी अब प्रभावित लोगों में से एक है. सोमवार को अकेले पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जिन 294 सैम्पल की जांच हुई, उसमें 116 पॉजिटिव पाये गये. इनमें चार लोगों को छोड़कर सभी पटना के निवासी है. परिवार वालों के अनुसार डेंगू से जिस बच्ची की मौत हुई उसकी एक निजी अस्पताल में पिछले कई दिनों से इलाज के बाद डेंगू के कारण मौत हुई. हालांकि राज्य सरकार का कहना है कि इस बच्ची की पहले दो दिनों तक डॉक्टर ने टाइफाइड की दवा चलायी, जिसके कारण हो सकता है.
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इस बीच पूरे स्थिति के बारे में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि पटना शहर में डेंगू मरीजों की अप्रत्याशित वृद्धि का सबसे बड़ा कारण मौसम में उतार-चढ़ाव और जल जमाव है. उन्होंने कहा कि डेंगू मरीज़ों के साथ साथ वायरल बुखार और चिकनगुनिया के भी मरीज़ों की संख्या बढ़ी है.
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हालांकि उनका मानना है कि मौसम में ठंडक आने के साथ-साथ अब मरीज़ों की संख्या में कमी आएगी और बिहार के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस बार डेंगू के मरीज़ों में एक नया ट्रेंड देखा जा रहा है कि डेंगू के डंक के बावजूद मरीज़ का प्लेटलेट ज़्यादा नीचे नहीं जा रहा है. मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे पटना के अस्पतालों का फिर से दौरा करेंगे और डॉक्टरों के साथ स्थिति की समीक्षा भी करेंगे.
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