
- कांग्रेस ने वजीरगंज विधानसभा सीट से शशि शेखर सिंह की जगह उनके पिता अवधेश कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
- अवधेश कुमार सिंह 2015 में वजीरगंज से विधायक चुने गए थे और वे कांग्रेस के अनुभवी नेता और पूर्व मंत्री हैं.
- 2020 में शशि शेखर सिंह को कांग्रेस ने टिकट दिया था पर वे बीजेपी के वीरेंद्र सिंह से हार गए थे.
बिहार विधानसभा जैसे-जैसे करीब आ रहा है, पार्टियां अपने पत्ते खोलती जा रही हैं. महागठबंधन ने सीटों को लेकर अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस ने वजीरगंज सीट (Wazirganj Assembly Seat)से बेटे का टिकट काटकर पिता को दे दिया है. कांग्रेस ने वजीरगंज सीट पर शशि शेखर सिंह की जगह उनके पिता अवधेश कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं और मंत्री भी रह चुके हैं.
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2015 के चुनाव में जीते थे अवधेश कुमार
अवधेश कुमार सिंह ने 2015 के विधानसभा चुनाव में वजीरगंज से जीत हासिल की थी. 2020 में पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे शशि शेखर सिंह को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे. भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह ने 70 हजार 713 वोट हासिल कर कांग्रेस उम्मीदवार शशि शेखर सिंह को हरा दिया था. शशि शेखर को 48 हजार 283 वोट ही मिले थे. अब इस सीट से कांग्रेस ने शशि के पिता अवधेश कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है.
बीजेपी के वीरेंद्र सिंह से होगा अवधेश कुमार का मुकाबला
वजीरगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह का मुकाबला बीजेपी के वीरेंद्र सिंह से होगा. वहीं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) से प्रेम कुमार को टिकट दिया है.
वजीरगंज क्षेत्र में जातियों का समीकरण समझें
वजीरगंज क्षेत्र में कुल 150 के करीब गांव हैं. इस सीट पर हिंदू आबादी ज्यादा है. 92.87 प्रतिशत आबादी हिंदू हैं, जबकि मुसलमानों की संख्या सिर्फ 6.7 प्रतिशत है. कुल आबादी में 33.8 प्रतिशत अनुसूचित जातियां हैं.
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