
- बिहार के सोनपुर के सबलपुर में नदी के कटाव से एक दीवार ढह गई और इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई.
- दीवार गिरने की घटना में प्रमिला देवी की मौत हुई और चार अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें यूट्यूबर भी शामिल था.
- घटना के समय यूट्यूबर स्थानीय लोगों से सवाल पूछ रहा था, तभी अचानक दीवार गिर गई. यह घटना कैमरे में कैद हो गई.
बिहार में मॉनसून के दौरान नदियां उफान पर है और जगह-जगह से कटाव के मामले सामने आ रहे हैं. सोनपुर के सबलपुर में शनिवार को सामने आए मामले में नदी के कटाव के कारण एक दीवार ढह गई. दीवार की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई और कुछ अन्य लोग घायल हो गए. इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें यूट्यूबर कुछ लोगों से सवाल पूछ रहा है. इस दौरान यह हादसा हुआ. लोग कुछ समझ पाते कि अचानक यह घटना घट गई.
यह घटना सारण जिले के सबलपुर की है, जहां पर सिर्फ इस साल 300 से अधिक घर गंगा नदी में समा गए. स्कूल, पंचायत भवन और सड़कें भी बह चुकी हैं. कटाव पीड़ितों से मिलने के लिए सांसद पप्पू यादव पहुंचे थे. उन्होंने पीड़ित सैकड़ों महिलाओं को 500-500 रुपए की आर्थिक मदद दी.

यूट्यूबर के सवाल पूछते वक्त हादसा
सबलपुर से पप्पू यादव के निकलने के बाद स्थानीय यूट्यूबर लोगों से घटना को लेकर सवाल पूछ रहा था. वीडियो में नजर आता है कि कैमरे में यूट्यूबर के पीछे नजर आ रही एक दीवार अचानक से धराशायी हो गई और सीधे वहां मौजूद लोगों और यूट्यूबर पर आ गिरी.
बिहार के वैशाली के सबलपुर में नदी कटाव के कारण घर की दीवार गिर गई. हादसे में चार महिलाएं घायल हो गईं, जबकि एक महिला की मौत हो गई. घटना उस वक्त हुई जब जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव कटाव पीड़ितों से मिलने सबलपुर पहुंचे थे। उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को 500-500 रुपये की मदद दी.… pic.twitter.com/jTaTnAI2Ia
— NDTV India (@ndtvindia) September 13, 2025
मौके पर मची चीख-पुकार
दीवार गिरने के बाद मौके पर अफरातफरी और चीख-पुकार मच गई. इस घटना में प्रमिला देवी नाम की महिला की मौत हो गई और यूट्यूबर सहित चार लोग घायल हो गए.
स्थानीय लोगों ने तुरंत की मदद
हादसे के वक्त बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे. उन्होंने तुरंत मदद की और मलबे के नीचे दबे लोगों को तुरंत बाहर निकाला. हालांकि भारी दीवार गिरने के कारण लोगों को काफी चोटें आई और एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी.
आंदोलन की राह पर गांव के लोग
कटाव में दर्जनों मकान और अन्य इमारतों के बह जाने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई राहत नहीं दी गई है. इसके चलते गांव के युवा आंदोलन की राह पर हैं और उन्होंने साफ कह दिया है कि बांध नहीं तो वोट नहीं.
ग्रामीणों का कहना है कि यह आवाज अगर अब भी अनसुनी की गई तो 18 सितम्बर को अनुमंडल कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. प्रशासनिक उदासीनता से नाराज लोग हर दिन आंदोलन करने की सोच रखे हैं और उनकी मांग है कि इस समस्या का स्थायी समाधान रिंग बांध है. विशेषज्ञों के अनुसार, पटना की ओर गंगा में गाद जमाव और सबलपुर की ओर नदी की गहराई कटाव की जड़ है. ऐसे में सबलपुर और आसपास की बस्तियों को बचाने के लिए इकलौता स्थायी उपाय रिंग बांध का निर्माण है.
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