बिहार हिंसा : नीतीश कुमार ने उपद्रवियों की पहचान करके उन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए

बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई घटनाओं को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि, पुलिस और प्रशासन पूरी मुस्तैदी बनाए रखे. उपद्रवियों की पहचान करके उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें. किसी भी परिस्थिति में कोई गड़बड़ी न हो पाए, इस पर नजर रखें. कानून-व्यवस्था पूरी तरह से मेंटेन रखें.

नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि, अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखें. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक सभी जिलों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अविलंब वार्ता करके स्थिति की पूरी जानकारी लें. प्रेस वार्ता करके मीडिया को वस्तुस्थिति की जानकारी दें ताकि कोई अफवाह नहीं फैले और लोग भ्रमित न हों.

मुख्यमंत्री ने रामनवमी जुलूस के दौरान बिहारशरीफ में हुई घटना में मृत व्यक्ति के पिता एवं भाई से दूरभाष पर बात करके संवेदना व्यक्ति की और घटना की पूरी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने मृत व्यक्ति के निकटतम परिजन को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई घटनाओं को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और ताजा स्थिति की जानकारी ली. बैठक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी ने बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई घटनाओं के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी.

मुख्यमंत्री ने पटना प्रमंडल के आयुक्त, शाहाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक, रोहतास तथा नालंदा के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से बात करके वस्तु स्थिति की जानकारी ली. 

बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री ने व्यवस्था में चूक की बात स्वीकारी 
बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने आज बिहार में हो रहे दंगे और खास तौर पर नालंदा जिले के बिहार शरीफ हुई घटनाओं पर कहा कि, ''आज जो भी हो रहा है, वह अच्छा नहीं है. लोगों को समझना चाहिए, हमें मिल जुलकर रहना चाहिए.'' उन्होंने लोगों से कहा कि, ''समझबूझकर कदम उठाएं, समझबूझकर काम करें. आपस में प्रेम बनाए रखें.'' उन्हें यह बताने पर कि दो लाख की भीड़ में 250 पुलिस कर्मी थे, उन्होंने कहा कि, ''कुछ कमी हुई है, जिसके कारण तनाव पैदा हुआ. लेकिन बिहार के लोग अमन पसंद लोग हैं. नालंदा के लोग शांति प्रिय हैं. लोग शांति रखें, इसी में समाज की भलाई है. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की जितनी निंदा की जाए कम है.''

बिहार शरीफ के घटना स्थल पर जाने को तैयार नहीं पुलिस  
बिहारशरीफ के टाउन हॉल में नालंदा के डीएम और एसपी ने सभी वार्ड पार्षदों के साथ बैठक करके शहर में अमन चैन बहाल करने के लिए फीड बैक लिया. इस दौरान कई वार्ड पार्षदों का कहना था कि घटना के दौरान पुलिस और प्रशासन को सूचना देने के बाद भी पुलिस घटना स्थल पर जाने को तैयार नहीं हो रही है. इसके कारण शहर की स्थिति खराब हुई है. पुलिस पर से लोगों का विश्वास उठा है. फिर से विश्वास जगाने के लिए बाहर के पुलिस बल का फ्लैग मार्च कराना चाहिए ताकि लोग निर्भीक हो सकें.

बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा कि हिंसा के मामलों में अब तक 109 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी चीजों की जांच होगी, कोई बख्शा नहीं जाएगा.

यह भी पढ़ें -

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

-- राजस्थान: ट्रक और पिकअप वाहन की भिड़ंत में तीन बच्चों सहित पांच लोगों की मौत
-- इस्पात ही नहीं, सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है भारत : PM मोदी