Bihar: बिहार (Bihar) में पिछले महीने से सरकारी और निजी विद्यालयों में पढ़ाई जारी है लेकिन क्या वहां कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन हो रहा है? एनडीटीवी इंडिया ने इस मामले की पड़ताल की तो कई जगह कोविड प्रोटोकॉल के पालन को लेकर लापरवाही साफ तौर पर देखने में आई. बिहार की राजधानी पटना से करीब 10 किलोमीटर दूर शेरपुर का प्राथमिक मध्य विद्यालय में किसी बच्चे के चेहरे पर मास्क नजर नहीं आया.शिक्षक ने भी मास्क नहीं पहना था लेकिन कैमरा देखते ही फौरन मास्क लगा लिया. बच्चों का मास्क कहां है, इस बारे में पूछने पर भी वे गोलमोल जवाब देते नजर आए. प्रभारी धनंजय कुमार सिंह ने कहा, 'अभी यहां बंदी था, देहात के माहौल में बच्चे ध्यान नहीं दे पाते हैं.'
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गौरतलब है कि बिहार राज्य में हाई स्कूलों में तो पढ़ाई 15 अगस्त के बाद से हीशुरू हो गई थी, लेकिन प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पिछले हफ़्ते से बच्चों को आने की अनुमति मिली हैं. स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल का पालन गंभीरता से नहीं हो रहा. कोरोना से जुड़ी सावधानियों पर यहां के दूसरे शिक्षक 'लचर' तर्क देते हैं. शिक्षक हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा,' लंच हुआ हैं इसलिए नहीं लगा पाए हैं.'यहीं से से कुछ दूरी पर फुलवारीशरीफ़ के स्कूल में शिक्षक, टीवी कैमरा देख कर सरकार को ओर से मुहैया कराए गए मास्क बांटना शुरू कर देते हैं. यहां पर कुछ बच्चे तो मास्क में दिखे लेकिन अधिकांश बिना मास्क के ही थे. टीचर अनुपमा सिंह कहती हैं, बोलने में दिक़्क़त होता हैं इसलिए हटा लिए.' एक अन्य टीचर रिंकू कुमारी ने कहा, 'कोई गलती से भूल गया हैं. हम को ही पढ़ने के समय प्रॉब्लम होती है तो बैग में रख लेते हैं.' वैसे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जब बुधवार को दरभंगा ज़िले के विद्यालय का निरीक्षण करने गए तो सारे बच्चे मास्क में नजर आए थे.
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