- बिहार चुनाव में एनडीए ने जबरदस्त जीत हासिल कर सत्ता में वापसी की. सहयोगी दलों ने शानदार प्रदर्शन किया है.
- भाजपा ने 101 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जिनमें से 89 ने जीत दर्ज की और उनका स्ट्राइक रेट 88 प्रतिशत रहा.
- जेडीयू ने भी 101 सीटों पर चुनाव लड़ा और 84 सीटों पर जीत हासिल कर 83 प्रतिशत का स्ट्राइक रेट बनाया.
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने जबरदस्त जीत के साथ सत्ता में वापसी की है. इस चुनाव में एनडीए की पार्टियों ने शानदार प्रदर्शन किया है और उससे जुड़े सभी सहयोगी दलों का स्ट्राइक रेट कमाल का रहा है. हालांकि विपक्षी महागठबंधन को इस चुनाव में बेहद करारी हार झेलनी पड़ी है और महागठबंधन के दलों का स्ट्राइक रेट बेहद खराब रहा है. हालांकि सबसे बुरी हालत जन सुराज की रही है. पार्टी का एक भी उम्मीदवार जीत नहीं दर्ज कर सका है.
बिहार चुनाव परिणामों ने सभी अनुमानों को ध्वस्त कर दिया है. बिहार में एनडीए की बंपर जीत ने बता दिया है कि आज भी आम मतदाता एनडीए के साथ है और उस पर अटूट विश्वास करता है. बिहार चुनाव में एनडीए से जुड़ी हर पार्टी ने अपने प्रदर्शन से हर किसी को हैरान कर दिया है.

भाजपा का सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट
बिहार चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सबसे ज्यादा उत्साहित भाजपा है. पार्टी ने इस चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. भाजपा ने प्रदेश की 243 विधानसभा सीटों में से 101 पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे, जिनमें से 89 ने जीत दर्ज की है. इस तरह से भाजपा का स्ट्राइक रेट 88% का रहा है.

जेडीयू ने भी किया कमाल
वहीं सहयोगी जेडीयू की परफोर्मेंस भी कमाल की रही है. इस चुनाव में जेडीयू ने भी भाजपा के बराबर ही 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसका स्ट्राइक रेट 83 फीसदी का रहा. पार्टी ने इस चुनाव में 84 सीटों पर जीत दर्ज की है.

राजद का हाल बेहाल
हालांकि विपक्षी दलों के लिए यह चुनाव किसी सदमे से कम नहीं है. इस चुनाव में महागठबंधन की ओर से राजद ने सबसे ज्यादा 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन पार्टी के सिर्फ 25 उम्मीदवार ही जीत दर्ज कर सके. इस तरह से पार्टी का स्ट्राइक रेट बेहद निराशानजक रूप से 17 फीसदी रहा.

कांग्रेस का राजद से बुरा हाल
वहीं खराब स्ट्राइक रेट के मामले में राजद से बुरा हाल कांग्रेस का रहा है. कांग्रेस ने 61 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन सिर्फ उसके 5 उम्मीदवार ही जीत दर्ज कर सके. इस तरह से पार्टी का स्ट्राइक रेट 8 फीसदी रहा.
एनडीए के अन्य दलों का भी शानदार प्रदर्शन
एनडीए की सभी पार्टियों ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी शामिल है. चिराग की पार्टी ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 पर जीत दर्ज की. इस तरह से उनकी पार्टी का स्ट्राइक रेट 65 फीसदी दर्ज किया गया.
इसके अलावा जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान अवाम मोर्चा का स्ट्राइक रेट भी कमाल का रहा है. मांझी की पार्टी ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा और इनमें से 5 सीटों पर जीत दर्ज की. इस तरह से स्ट्राइक रेट 84 फीसदी रहा. वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा और 4 में उसे जीत मिली. उनकी पार्टी का स्ट्राइक रेट 67 फीसदी रहा है.
जन सुराज ने सुर्खियां बटोरी, वोट नहीं
इस चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर रहे. प्रशांत किशोर ने सुर्खियां तो खूब बटोरी लेकिन वोट हासिल नहीं कर सके. उनकी पार्टी ने 240 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनमें से एक भी जीत दर्ज नहीं कर सका. इस तरह से उनका स्ट्राइक रेट जीरो रहा है.
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