सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने आज कहा कि, ''बिहार में यात्रा सत्ता, कुर्सी पाने के लिए होती है. कोई भी ऐसा नेता नहीं है जो कह सकता हो कि उसने लाठी खाई है, संघर्ष किया है, किसी गरीब की मदद की है. पीछे के दरवाजे से ऐसे-ऐसे नेता आ गए हैं जो संविधान के लिए खतरा हैं.'' उन्होंने कहा कि, ''ऐसे लोगों की यात्रा गरीबों के लिए नहीं होती है किसानों के लिए नहीं होती है. बिहार में सत्ता वाले लोग हों या विपक्ष, या कोई और, उनकी यात्रा बिहार के 14 करोड़ लोगों की भावना के खिलाफ है.''
पप्पू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ''बिहार में 29 सितंबर से हमारी यात्रा निकलेगी. मुद्दे अनेक हैं, एससी-एसटी एक्ट को लेकर, ओबीसी को अधिकार, आरक्षण दिलाने को लेकर.. जो आजादी पर हमला करता हो हम उसके खिलाफ हैं, चाहे वह किसी भी धर्म से हो. सत्ता के लोग किसी का हक और अधिकार छीनें तो हम उसके खिलाफ हैं.''
उन्होंने बताया कि, 29 सितंबर को अररिया 30 को किशनगंज और फिर कटिहार कोसी सीमांचल होते हुए पटना के गांधी मैदान आएंगे.
उन्होंने कहा कि, ''वक्फ बोर्ड के सारे कमेटी मेंबरों से हमने बात की है. वे कब्रिस्तान के रजिस्ट्रेशन के खिलाफ हैं. पप्पू यादव जीते जी किसी धर्म के अधिकार पर हमला नहीं होने देंगे. सदन में वक्फ बोर्ड जैसे काले कानून को लाया जाएगा, पप्पू यादव उसके खिलाफ रहेगा.''
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