- बिहार के कटिहार में हिंदू संगठनों बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
- कटिहार के शहीद चौक पर हिंदू संगठनों नेमोहम्मद यूनुस का पुतला जलाकर नारेबाजी की.
- प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कूटनीतिक दबाव बनाने की मांग की.
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत में भी उबाल देखने को मिल रहा है. बश्चिम बंगाल के साथ ही बिहार में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. ताजा मामला बिहार के कटिहार का है. कटिहार में श्री राम सेना के कार्यकर्ता ,विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल का विरोध प्रदर्शन लगातार तेज होता जा रहा है. संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर उतरकर आक्रोश जताया और बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
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हिंदू संगठनों का आक्रामक विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने विरोध का प्रतीकात्मक और आक्रामक तरीका अपनाते हुए शहर के एक सार्वजनिक शौचालय के दरवाजे पर बांग्लादेश का झंडा लगाकर अपना संदेश दिया. श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है उनके घरों, मंदिरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमले हो रहे हैं, लेकिन वहां की सरकार आंख मूंदे बैठी है.
कटिहार में हिंदू संगठनों ने जलाया यूनुस का पुतला
इसी नाराजगी के बीच कटिहार के शहीद चौक पर बड़ी संख्या में जुटे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले करने वाले जिहादियों और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन किया. पुतला दहन के दौरान हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो, बांग्लादेश सरकार मुर्दाबाद और हिंदुओं की रक्षा करो जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा.

हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश सरकार पर कूटनीतिक दबाव बनाया जाए और वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं. हालांकि यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. श्री राम सेना के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रुके तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.
बंगाल में भी हिंदू संगठन ने जताया विरोध
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति की हत्या के विरोध में बुधवार को पश्चिम बंगाल में भारत–बांग्लादेश सीमा के कई भूमि पत्तनों पर एक हिंदू समर्थक संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन किए. हावड़ा जिले में प्रदर्शन के दौरान पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों के बीच झड़प भी हुई. टकराव उस वक्त शुरू हुआ जब पुलिस ने भाजपा के मार्च को हावड़ा पुल तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया, जिससे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी बहस हुई.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प
हावड़ा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हम किसी को भी लोगों के सामान्य जनजीवन में बाधा डालने और प्रदर्शन के नाम पर यात्रियों को परेशान करने की अनुमति नहीं देंगे. किसी भी प्रकार की परेशानी पैदा करने के प्रयास को रोकने के लिए हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे. पुलिस ने जैसे ही मार्च को आगे बढ़ने से रोका, प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ गए और अवरोधक तोड़ने का प्रयास किया जिससे झड़पें हुईं. पुलिस ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी आक्रामक हो गए, जिसके कारण सुरक्षाकर्मियों को उन्हें तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी.
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