बिहार के एक होटल कारोबारी ने राज्य के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में स्थित अपने होटल को पृथक-वास में तब्दील किए जाने को लेकर मंगलवार को पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सरकार के इस कदम पर कारोबारी ने डर जताया है कि इससे उसके होटल के फर्नीचर और अन्य सामानों की क्षति हो सकती है. याचिकाकर्ता भरत यादव मुंगेर जिले के जमालपुर शहर स्थित ''व्हाइट हाउस होटल'' के मालिक हैं. मुंगेर राज्य का ऐसा इकलौता जिला है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के 100 से अधिक मामले हैं. न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद की एकल पीठ के समक्ष यादव के वकील अंशुल ने कहा कि वह होटल परिसर को नियंत्रण में लिए जाने को चुनौती नहीं दे रहे हैं, यद्यपि उनकी चिंता फर्नीचर, अन्य उपकरणों और सामान को लेकर है, जिनकी सही देखभाल नहीं होने पर नुकसान पहुंच सकता है.
याचिककर्ता ने कहा कि सामान की कोई सूची तैयार किए बिना राज्य के अधिकारियों ने होटल को नियंत्रण में ले लिया. उन्होंने मांग की कि प्रतिवादियों को इस बारे में याचिकाकर्ता अथवा उसके अधिकृत प्रतिनिधि की मौजूदगी में उचित कदम उठाने के निर्देश दिए जाएं. साथ ही कहा कि याचिककर्ता को सामान की सूची उपलब्ध करायी जाए और जब होटल वापस मालिक को सौंपा जाए तो सभी सामान अच्छी हालत में हों.
राज्य सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त महाधिवक्ता सर्वेश कुमार सिंह ने स्वीकार किया कि याचिकाकर्ता की चिंता दूर करने योग्य है लेकिन साथ ही कहा कि इस बारे में उन्हें मुंगेर के जिलाधिकारी से उचित निर्देश की जरूरत होगी, जिनके आदेश पर होटल को नियंत्रण में लिया गया है. वहीं, न्यायालय ने जिलाधिकारी को एक सप्ताह के भीतर याचिकाकर्ता अथवा उसके प्रबंधक की मौजूदगी में सूची तैयार करने और एक कॉपी याचिकाकर्ता को सौंपने के निर्देश दिए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं