बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Polls) का बिगुल अगले महीने किसी भी दिन फूंका जायेगा. इसके लिए सभी दल कमर कस रहे हैं. सत्तारूढ़ एनडीए, ख़ासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सब वर्गों पर आर्थिक मंदी के बावजूद उनकी मानदेय राशि बढ़ा रहे हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायत प्रतिनिधियों को याद दिलाया कि क्या हाल था पहले और उसके बाद वार्ड सदस्य से लेकर हर घर नल का जल से सम्बंधित अनुरक्षकों का अनुदान दोगुना कर दिया.
नीतिश कुमार ने 'हर घर नल का जल' योजना के अंतर्गत और हर घर तक पक्की गली नाली' योजना के तहत विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया. हालााकि, ये परियोजना उनके दावे के अनुसार इस साल के अक्टूबर महीने तक पूरी कर ली जाएगी. हालांकि, उन्होंने माना कि जब इस परियोजना पर काम शुरू किया गया था, विभिन्न एजेंसियों और विभागों के बीच तालमेल के अभाव के कारण कई जगहों पर काम की गति काफ़ी धीमी रही.
शुक्रवार को अपने भाषण के दौरान नीतीश बार-बार मुखिया लोगों से अपील कर रहे थे कि वो भी सरकार का अंग हैं. नीतीश ने कहा कि मुखिया जी याद रखियेगा, पंचायत भी सरकार है जिसका प्रमाण है पंचायत भवन, जिसका नामकरण किया गया है पंचायत सरकार भवन. उन्होंने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं जैसे विद्यालय का निर्माण हो या नली गली या हर घर नल का जल का काम हो, इसके पूरा हो जाने से पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियो का मान सम्मान बढ़ा है.
नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम में वार्ड क्रियान्वयन समिति के लिए वार्षिक सहायता 12 हज़ार से 24 हज़ार करने की घोषणा की. वहीं हर घर के पेय जल के रेटेनर को मासिक एक हज़ार से दो हज़ार की बढ़ोतरी की. नीतीश हर कार्यक्रम के मंच से जैसे जैसे उनकी मांगों को मानते जा रहे हैं, उससे साफ़ है कि वो पूरी तरीक़े से चुनावी मोड में हैं.
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