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कुम्हरार विधानसभा: कायस्थ वोट बैंक पर होंगी नजरें, बीजेपी ने काटा सिटिंग विधायक का टिकट

Bihar Elections 2025 Kumhrar Assembly: कुम्हरार सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ है, यहां कायस्थ वोट बैंक जीत में काफी अहम रोल निभाता है.

कुम्हरार विधानसभा: कायस्थ वोट बैंक पर होंगी नजरें, बीजेपी ने काटा सिटिंग विधायक का टिकट
कुम्हरार सीट पर बीजेपी की है मजबूत पकड़

Bihar Elections 2025: पटना जिले की कुम्हरार विधानसभा सीट बिहार की एक ऐसी सीट मानी जाती है, जो प्रभावशाली और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. यह पूरी तरह शहरी क्षेत्र में आती है और यहां कायस्थ समाज की मजबूत मौजूदगी इस सीट के राजनीतिक समीकरणों को दशकों से प्रभावित करती रही है. सबसे खास बात ये है कि ये लंबे समय से बीजेपी का गढ़ रहा है. कुम्हरार विधानसभा सीट पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. पहले इसे पटना सेंट्रल के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2008 के परिसीमन के बाद इसका नाम बदलकर कुम्हरार कर दिया गया.

कुम्हरार विधानसभा में बीजेपी का राज

इस विधानसभा सीट से 1990 से 2000 तक पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी लगातार तीन बार विधायक रहे, इसके बाद अरुण कुमार सिन्हा ने इस पर अपनी पकड़ मजबूत की और लगातार पांच बार विधायक चुने गए. यानी इस सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ बरकरार है. 

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पिछले चुनाव का नतीजा

  • अरुण कुमार सिन्हा (BJP) – 81,400 वोट
  • धर्मेंद्र कुमार (RJD) – 54,937 वोट
  • जीत का अंतर: 26,463 वोट

बीजेपी की जीत का आधार

कुम्हरार सीट पर कुल वोटर्स की संख्या चार लाख से ज्यादा है. इनमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी कायस्थ समाज की है, जिनकी संख्या लगभग एक लाख मानी जाती है. हर बार बीजेपी की जीत में कायस्थ वोट बैंक निर्णायक साबित हुआ है. इस बार भी बीजेपी इसी वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है. कायस्थों के अलावा यहां भूमिहार और अतिपिछड़ा वर्ग के वोट भी काफी ज्यादा संख्या में हैं. जातियों की बात करें तो यादव, राजपूत, कोइरी, कुर्मी, ब्राह्मण और मुस्लिम वोटर भी इस विधानसभा सीट में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं. 

विपक्ष नहीं बना पाया जगह

कुम्हरार सीट पर अब तक RJD और कांग्रेस बीजेपी को चुनौती देने में असफल रहे हैं. इसके अलावा 2020 में पप्पू यादव ने जन अधिकार पार्टी (JAP) से चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 4,333 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे. यानी पिछले कई सालों से विपक्ष इस सीट पर जगह बनाने में कामयाब नहीं रहा है. 

इस बार किसके बीच है टक्कर?

इस सीट से इस बार बीजेपी ने सिटिंग विधायक अरुण कुमार सिन्हा का टिकट काट दिया है, उनकी जगह कुम्हरार से संजय गुप्ता को टिकट दिया गया है. वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से गणित के मशहूर शिक्षक और लेखक केसी सिन्हा को टिकट मिला है. कांग्रेस की तरफ से इंद्रदीप चंद्रवंशी को इस सीट से उतारा गया है. 
 

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