
Bihar Elections 2025: बिहार की हरनौत सीट पर भी इस बार कांटे का मुकाबला देखने के लिए मिल सकता है. हरनौत नालंदा जिले और लोकसभा क्षेत्र में आने वाला एक विधानसभा क्षेत्र है, जिसे अपने भौगोलिक महत्व के लिए जाना जाता है. राजधानी पटना से महज 55 किमी दूर इस क्षेत्र की अपनी विशेषताएं हैं. पंचाने नदी के किनारे बसे इस क्षेत्र की जमीन काफी उपजाऊ मानी जाती है, यही वजह है कि यहां ज्यादातर लोग आज भी खेती करते हैं. इस विधानसभा सीट पर पहले चरण में यानी 6 नवंबर को मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को सामने आएंगे.
नीतीश का गढ़ है हरनौत
बिहार की हरनौत सीट पर नीतीश कुमार की जेडीयू का दबदबा रहा है, ये नीतीश कुमार की ही सीट है. 1977 और 1980 के चुनाव को छोड़ दें तो पिछले आठ विधानसभा चुनावों से इस सीट पर नीतीश कुमार की पार्टी की ही जीत हुई है. 2020 के विधानसभा चुनाव में हरनौत सीट पर JD(U) के हरि नारायण सिंह ने 65001 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी, उन्होंने LJP की ममता देवी को हराया था. तीसरे नंबर पर कांग्रेस रही थी. इसीलिए इसे नीतीश का गढ़ माना जाता है. यहां से निर्दलीय उम्मीदवारों के अलावा आज तक किसी दूसरे दल ने चुनाव नहीं जीता है.
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क्या है वोटों का समीकरण?
वोट समीकरण की बात करें तो इस सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान करीब तीन लाख आठ हजार वोटर थे. इसमें 24.15% अनुसूचित जाति के वोटर शामिल थे, जबकि मुस्लिम मतदाओं की संख्या महज 0.5 प्रतिशत थी. यानी इस विधानसभा सीट पर मुस्लिम वोट बैंक ना के बराबर है. यहां लगभग सभी वोटर ग्रामीण इलाकों से आते हैं.
किसके बीच है टक्कर?
हरनौत से नीतीश की जेडीयू ने अपने पुराने नेता और सिटिंग विधायक हरि नारायण सिंह को ही उम्मीदवार बनाया है. वहीं प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने यहां से पासवान समाज से कमलेश पासवान को उम्मीदवार बनाया है. कमलेश पासवान हरनौत से तीन बार के जिला परिषद रह चुके हैं. कांग्रेस ने इस सीट से अरुण कुमार बिंद को मैदान में उतारा है.
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