- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार चुनाव में इंडिया गठबंधन की नीति और प्रतिनिधित्व पर सवाल उठाए हैं
- ओवैसी ने मल्लाह समाज के तीन फीसदी आबादी के आधार पर उप-मुख्यमंत्री पद मिलने को लेकर असंतोष जताया है
- उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज की 17 फीसदी आबादी को भी उप-मुख्यमंत्री पद का समान अवसर मिलना चाहिए
बिहार चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही राजनीतिक बयानबाजी का दौर और तेज हो गया है. एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इंडिया गठबंधन पर एक बड़ा हमला बोला है. उन्होंने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मल्लाह को बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है तो किसी मोहम्मद का बेटा क्यों नहीं बन सकता है.
उन्होंने अपने संबोधन के दौरान आगे कहा कि बिहार चुनाव में अपने आप को गठबंधन कहती है इंडिया एलायंस. इसकी हकीकत है कि अभी चुनाव शुरू नहीं हुआ लेकिन इस गठबंधन के तहत आने वाले VIP के जो जिम्मेदार लोग हैं उन्होंने कह दिया कि बिहार में मल्लाह समाज की आबादी तीन फीसदी है और जीत के बाद हमारी बिरादरी का एक डिप्टी सीएम होगा. मैं आपसे पूछता हूं कि जब वो तीन फीसदी होकर डिप्टी सीएम बनना चाहते हैं तो आप और हम 17 फीसदी है. अगर मल्लाह का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता तो क्या आदम का बेटा उप-मुख्यमंत्री नहीं बन सकता.
ओवैसी ने कहा कि अगर मल्लाह का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है तो क्या मोहम्मद का बेटा नहीं बन सकता उप-मुख्यमंत्री. मेरे भाई फैसला आपको करना है. हम 17 फीसदी है. 14 फीसदी हैं यादव, यानी तेजस्वी. 14 फीसदी हैं उनको 36 फीसदी टिकट दिया. जो 17 फीसदी हैं उनको तेजस्वी लॉलीपॉप दिया. हम किसी के गुलाम नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर आपको (वोटर्स) जंजीरे तोड़ना है तो ये मान लो कि हम किसी के गुलाम नहीं है. अगर आप अपने दीमाग से ये निकाल देंगे तो हमारे साथ इंसाफ होगा. जो एमवाई एमवाई बोलते हैं वो बताए 15 साल से लालू परिवार के लोग रहे, 20 साल से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहे, अब हम पूछना चाहते हैं कि हमारा यानी मुस्लिमों का रोल क्या है.
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