बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (फाइल फोटो)
पटना:
भले केंद्र सरकार ने बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा में कटौती की हैं लेकिन बवाल राज्य की राजनीति में हो रहा हैं. राजद अध्यक्ष लालू यादव ने तो यहां तक कह दिया कि अगर उनके ऊपर कोई हमला हुआ तो उसके लिए केंद्र और बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ज़िम्मेवार होंगे. लेकिन इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी.
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नीतीश ने ट्वीट कर पूछा कि राज्य में ज़ेड प्लस सुरक्षा मिली हुई हैं और स्पेशल सिक्योरिटी गार्ड के जवान उनके लिए तैनात हैं लेकिन उसके बावजूद एनएसजी और सीआरपीएफ़ के जवान इसलिए चाहते हैं कि लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता हैं. नीतीश ने पूछा कि क्या यह उनके साहसिक व्यक्तित्व का परिचायक हैं.
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हालांकि नीतीश कुमार को इस बात का मलाल भी हैं कि बिहार का मुख्य मंत्री होने के बावजूद ना तो यूपीए सरकार और ना ही वर्तमान मोदी सरकार ने उन्हें कभी ज़ेड प्लस सुरक्षा के लायक समझा जबकि सुरक्षा के आधार पर पप्पू यादव जैसे बाहुबली से लेके ऐसे विधायकों के सुरक्षा में केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवान को लगाया जिन्हें किसी से भी ख़तरा दूर-दूर तक नहीं.
हालांकि नीतीश के इस ट्वीट पर राजद की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी हैं लेकिन तेजप्रताप यादव के इस मुद्दे पर आपत्तिजनक बयान के बाद पार्टी को डर हैं कि केंद्र जेड श्रेणी की सुरक्षा भी वापस ले सकती हैं.
VIDEO: जेडीयू नीतीश की, शरद यादव की नहीं
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नीतीश ने ट्वीट कर पूछा कि राज्य में ज़ेड प्लस सुरक्षा मिली हुई हैं और स्पेशल सिक्योरिटी गार्ड के जवान उनके लिए तैनात हैं लेकिन उसके बावजूद एनएसजी और सीआरपीएफ़ के जवान इसलिए चाहते हैं कि लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता हैं. नीतीश ने पूछा कि क्या यह उनके साहसिक व्यक्तित्व का परिचायक हैं.
निश्चित रूप से नीतीश ने भले किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनके निशाने पर एकड़ अध्यक्ष लालू यादव और पूर्व मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी दोनों हैं. नीतीश इस बात से चिढ़े हैं कि उन्हें इस विवाद में क्यों घसीटा जा रहा हैं.राज्य सरकार द्वारा 'Z' Plus और SSG की मिली हुई सुरक्षा के बावजूद केंद्र सरकार से NSG और CRPF के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है!
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 28, 2017
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हालांकि नीतीश कुमार को इस बात का मलाल भी हैं कि बिहार का मुख्य मंत्री होने के बावजूद ना तो यूपीए सरकार और ना ही वर्तमान मोदी सरकार ने उन्हें कभी ज़ेड प्लस सुरक्षा के लायक समझा जबकि सुरक्षा के आधार पर पप्पू यादव जैसे बाहुबली से लेके ऐसे विधायकों के सुरक्षा में केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवान को लगाया जिन्हें किसी से भी ख़तरा दूर-दूर तक नहीं.
हालांकि नीतीश के इस ट्वीट पर राजद की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी हैं लेकिन तेजप्रताप यादव के इस मुद्दे पर आपत्तिजनक बयान के बाद पार्टी को डर हैं कि केंद्र जेड श्रेणी की सुरक्षा भी वापस ले सकती हैं.
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