राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव(फाइल फोटो)
                                                                                                                        - आवंटन उस समय हुआ था, जब लालू 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे.
 - गुरुवार को कहा कि सांच को आंच नहीं, सत्यमेव जयते.
 - सीबीआई इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
 
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        राजद नेता एवं पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव आईआरसीटीसी के दो होटलों की देखरेख का जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपे जाने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय पहुंचे. सीबीआई जांच के लिए जाने से पहले लालू ने ट्वीट कर सच को आंच नहीं आने की बात कही. लालू प्रसाद ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, 'सच और गुलाब सदा कांटों से घिरे रहते हैं. सांच को आंच नहीं. सत्यमेव जयते.'
 
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ 2006 में रांची और पुरी में स्थित आईआरसीटीसी के होटलों को एक निजी कंपनी को आवंटित करने में अनियमितता बरतने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. आवंटन उस समय हुआ था, जब लालू 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे.
यह भी पढ़ें : IRCTC तत्काल टिकट के लिए अब घर पर दे पैसें
आरोप है कि विजय और विनय कोचर की स्वामित्व वाली सुजाता होटल्स कंपनी को रिश्वत के रूप में बिहार में प्रमुख भूखंडों के बदले ठेके दिए गए थे.
VIDEO : मुश्किल में लालू यादव, परिवार की कई संपत्तियां हुईं जब्त
सीबीआई ने आपराधिक षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया. एजेंसी का दावा है कि रिश्वत का भुगतान राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के स्वामत्वि वाली एक बेनामी कंपनी के जरिए किया गया.सीबीआई इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                सच और गुलाब सदा काँटों से घिरे रहते है। साँच को आँच नहीं। सत्यमेव जयते..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 5, 2017
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ 2006 में रांची और पुरी में स्थित आईआरसीटीसी के होटलों को एक निजी कंपनी को आवंटित करने में अनियमितता बरतने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. आवंटन उस समय हुआ था, जब लालू 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे.
यह भी पढ़ें : IRCTC तत्काल टिकट के लिए अब घर पर दे पैसें
आरोप है कि विजय और विनय कोचर की स्वामित्व वाली सुजाता होटल्स कंपनी को रिश्वत के रूप में बिहार में प्रमुख भूखंडों के बदले ठेके दिए गए थे.
VIDEO : मुश्किल में लालू यादव, परिवार की कई संपत्तियां हुईं जब्त
सीबीआई ने आपराधिक षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया. एजेंसी का दावा है कि रिश्वत का भुगतान राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के स्वामत्वि वाली एक बेनामी कंपनी के जरिए किया गया.सीबीआई इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं