बागलकोट:
उत्तर कर्नाटक के बागलकोट में एक पूर्व बुज़ुर्ग सैनिक को एटीएम के बाहर थप्पड़ मारने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल देवराज को ससपेंड कर दिया गया है. घटना बुधवार दोपहर की है जो की गुरुवार को सामने आई है जब मोबाइल फ़ोन से लिया गया एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें एक बुज़ुर्ग को घूंसा मारता एक पुलिस कॉन्स्टेबल दिखाई दे रहा है.
उस बुज़ुर्ग की पहचान 55 साल के नंदप्पा के तौर पर हुई है जो कि एक पूर्व सैनिक हैं और अपनी गाढ़ी कमाई का एक हिस्सा लेने एटीएम गए थे. लाइन काफी लंबी थी ऐसे में जब लोगों ने अपना धैर्य खोया तो ऐसा कहा जा रहा है कि नंदप्पा लाइन से बाहर हो गए. नंदप्पा ने दोबारा जब लाइन में अपनी जगह लेने की कोशिश की तो कॉन्स्टेबल देवराज को गुस्सा आ गया. वह नंदप्पा को थप्पड़ मारता हुआ लाइन में आखिर तक ले गया फिर पलट कर दोबारा हमला करने की कोशिश की लेकिन लोगों ने बीच बचाव करके उसको दूर ले गए.
देखें वीडियो
अपनी बेइज़्ज़ती से निराश नंदप्पा ने कॉन्स्टेबल देवराज के खिलाफ किन वजहों से मामला दर्ज नहीं करवाया ये साफ़ नहीं हो पाया है. न ही पुलिस ने गुरुवार दोपहर तक इस मामले में कार्रवाई की. जब मीडिया में ये खबर आयी तो बागलकोट के पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क किया गया जिन्होंने कहा कि वह छुट्टीपर हैं और उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
कुछ ऐसा ही कहना इंचार्ज इंस्पेक्टर गिरीश का भी था लेकिन कुछ देर बाद शायद पुलिस विभाग को यह अहसास हुआ की मीडिया में मामला तूल पकड़ने लगा है तो NDTV को फ़ोन करके बताया गया कि कॉन्स्टेबल देवराज को ससपेंड कर जांच शुरु कर दी गई है.
उस बुज़ुर्ग की पहचान 55 साल के नंदप्पा के तौर पर हुई है जो कि एक पूर्व सैनिक हैं और अपनी गाढ़ी कमाई का एक हिस्सा लेने एटीएम गए थे. लाइन काफी लंबी थी ऐसे में जब लोगों ने अपना धैर्य खोया तो ऐसा कहा जा रहा है कि नंदप्पा लाइन से बाहर हो गए. नंदप्पा ने दोबारा जब लाइन में अपनी जगह लेने की कोशिश की तो कॉन्स्टेबल देवराज को गुस्सा आ गया. वह नंदप्पा को थप्पड़ मारता हुआ लाइन में आखिर तक ले गया फिर पलट कर दोबारा हमला करने की कोशिश की लेकिन लोगों ने बीच बचाव करके उसको दूर ले गए.
देखें वीडियो
अपनी बेइज़्ज़ती से निराश नंदप्पा ने कॉन्स्टेबल देवराज के खिलाफ किन वजहों से मामला दर्ज नहीं करवाया ये साफ़ नहीं हो पाया है. न ही पुलिस ने गुरुवार दोपहर तक इस मामले में कार्रवाई की. जब मीडिया में ये खबर आयी तो बागलकोट के पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क किया गया जिन्होंने कहा कि वह छुट्टीपर हैं और उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
कुछ ऐसा ही कहना इंचार्ज इंस्पेक्टर गिरीश का भी था लेकिन कुछ देर बाद शायद पुलिस विभाग को यह अहसास हुआ की मीडिया में मामला तूल पकड़ने लगा है तो NDTV को फ़ोन करके बताया गया कि कॉन्स्टेबल देवराज को ससपेंड कर जांच शुरु कर दी गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं